राजस्थान में कांग्रेस एक बार फिर किसानों को साधने में जुटी है। 9 जनवरी को शहर के विद्याधर नगर स्टेडियम में राहुल गांधी बड़ी किसान रैली करने जा रहे हैं। हां, ये बात अलग है कि राहुल गांधी को किसानों का ‘क’ भी नहीं पता। लेकिन, वो पिछले कई दिनों से किसानों का क, ख, ग, घ सीखने जरूर लग गए हैं। कामयाब होंगे या नहीं ये वक्त बताएगा लेकिन, उनका प्रयास बदस्तूर जारी है।
जयपुर में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश चौधरी ने कहा, ‘ राहुल गांधी को किसान और किसानी की ही जानकारी नहीं और यह भी पता नहीं कि किस मौसम में कौन सी फसल की बुवाई होती है वह भला किसानों के हित की बात कैसे करेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आजादी के बाद से ही किसानों के नाम पर केवल राजनीति करती रही है। कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर इसी काम में जुट गई है। जबकि, उनकी मंशा और नियत जगजाहिर है। वहीं राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी किसानों को फसल खराबे का मुआवजा देने के बजाए उत्सव में जुटी है।’
राजस्थान विधानसभा चुनाव रैलियों में राहुल गांधी सहित तमाम कांग्रेसी नेताओं ने किसानों की संपूर्ण कर्जा माफी की बात कहीं थी लेकिन, सरकार बनने के बाद कांग्रेस सरकार अपने वादे से मुकर गई और महज 2 लाख रुपए तक का कर्जा माफ करने का ऐलान कर इतिश्री कर दी है।
कर्जमाफी की घोषणा के बाद इसे कैसे लागू किया जाएगा इसे लेकर कोई निर्णय अभी तक नहीं हो पाया है। किसान की पात्रता तय करने के लिए केवल कमेटी बनाई गई है। मतलब कौन से किसान इस ऋण माफी के दायरे में आएंगे यह भी अब तक तय नहीं हो पाया है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी की किसान रैली में किसानों के बीच क्या मुंह लेकर जाएंगे। ये आमजन सहित कांग्रेस पार्टी में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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