राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में अभी एक महीने से भी ज्यादा समय है। लेकिन इससे पहले नेताओं की आपसी राजनीति की हलचल जोरों पर है। फिलहाल सभी नेताओं का ध्यान टिकट वितरण पर है। इसके बाद वोट के लिए आपसी निशाने की कहानी शुरू होगी। प्रदेश में राजनीतिक हलचलें जोरों पर होने के बीच पूर्व केबिनेट मंत्री और बागीदोरा विधायक महेन्द्रजीत सिंह मालवीया और डूंगरपुर के पूर्व विधायक पूंजीलाल परमार के बीच बातचीत का एक ऑडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस ऑडियो में परमार को मालवीया कई तरह की नसीहत देते हुए दिख रहे हैं। कांग्रेस के दोनों नेताओं की इस बातचीत में दो बातों का खासतौर पर जिक्र किया गया है।
ऑडियों में अशोक गहलोत को लेकर भी मालवीया की टिप्पणी
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस ऑडियों में अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा से दूर रहने और कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश खोड़निया से नजदीकी बढ़ाने की बात का जिक्र किया गया है। विधायक मालवीया ने वायरल ऑडियो में एक बड़ी बात बताते हुए लोकसभा चुनाव के समय अशोक गहलोत को लेकर भी एक बड़ी टिप्पणी की है। ऑडियो में मालवीया यह कहते हुए सुने जा सकते हैं कि गहलोत ने कोरे कागज पर उनके हस्ताक्षर कराए हैं और इसके बाद सीपी जोशी उनके माथे पड़े थे। जब से ये ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा है तब से कांग्रेसी नेताओं में खलबली मची हुई है। मालवीय की बातचीत का ऑडियो ऐसे समय में वायरल हुआ है जब विधानसभा चुनाव सिर पर है। कांग्रेस की प्रदेश और देश में पहले ही हालात खस्ता है। पार्टी अपना वजूद बचाने के लिए संघर्ष करती नज़र आ रही है।
तेजी से वायरल हो रहे इस ऑडियो में मालवीया वागड़ के एक बड़े नेता को गंगाजी पहुंचाने की भी बात कर रहे हैं। इस बात का इशारा अप्रत्यक्ष रूप में पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा की तरफ है। हालांकि इस ऑडियो में भगोरा का कहीं नाम नहीं लिया गया है। राजस्थान विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस ऑडियो से डूंगरपुर की राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस कार्यकर्ता मालवीया के खिलाफ टिप्पणी करते हुए एक-दूसरे ग्रुपों में ऑडियो को शेयर कर रहे हैं। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता गहलोत और पायलट के आपसी मतभेद कई मौकों पर सामने आ चुके हैं। राहुल गांधी राजस्थान के नेताओं को एक करने की कोशिश करते नज़र आते हैं लेकिन रायता फैलने से नहीं रूक रहा है।