वर्तमान राजस्थान सरकार में अलवर जिले की मुण्डावर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक धर्मपाल चौधरी अब इस दुनिया में नहीं रहे। विधायक धर्मपाल चौधरी का बुधवार की देर रात को दिल का दौरा पड़ने से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया है। चौधरी को सीने में दर्द की शिकायत के बाद मेदांता अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। जहां आज (गुरुवार) सुबह करीब 3 बजे हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर आज दोपहर उनके पैतृक गांव जाट बहरोड़ पहुंच गया है। जानकारी के अनुसार, दोपहर 3 बजे बाद विधायक चौधरी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री समेत अन्य बीजेपी नेताओं ने निधन पर जताया दुख
मुण्डावर विधायक धर्मपाल चौधरी के निधन पर प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत अन्य बीजेपी नेताओं ने गहरा दुख जताया है। विधायक चौधरी के निधन से पूरी प्रदेश बीेजेपी में शोक की लहर छाई हुई है। शोक संतृप्त परिवार के प्रति सांत्वना जताने और ढ़ांढस बंधाने मुख्यमंत्री राजे जाट बहरोड़ पहुंच गई है। बता दें, अलवर राठ क्षेत्र के जाट नेताओं में धर्मपाल चौधरी को बड़ा नेता माना जाता था। धर्मपाल चौधरी अलवर जिले के मुण्डावर विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2003, 2008 और 2013 में बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे। वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के कार्यकाल में उन्हें संसदीय सचिव बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था। चौधरी अलवर जिले की जाट महासभा के 2000 से 2014 तक लगातार अध्यक्ष भी रहे थे।
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कौन थे बीजेपी विधायक धर्मपाल चौधरी?
विधायक धर्मपाल चौधरी का जन्म 4 जुलाई, 1954 को अलवर जिले के जाट बहरोड़ गांव में हुआ था। चौधरी ने बहरोड़ के राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल से 12 तक की पढ़ाई की थी। उनकी शादी 1973 में बिमला चौधरी से हुई थी। धर्मपाल चौधरी के परिवार में दो बेटे, एक बेटी और उनकी पत्नी हैं। विधायक चौधरी कृषि, ट्रांसपोर्टर ओर शिक्षा के क्षेत्र में जुड़े हुए थे। वे अपने पीछे दो बेटे और एक बेटी छोड़ कर गए हैं।