राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद व चार बार विधायक रहे कुंजीलाल मीणा का आज सोमवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने जयपुर में अंतिम सांस ली। वसुंधरा सरकार में सवाई माधोपुर जिले की बामनवास-बौंली सीट से विधायक रहे कुंजीलाल(86) लम्बे समय से बीमार थे। जिसके चलते उनका इलाज जयपुर स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था। निधन की ख़बर मिलते ही परिजनों और भाजपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। मीणा के निधन पर राजस्थान भाजपा के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट कर शोक जताया। राजस्थान भाजपा ने ट्वीट करते हुए लिखा, पार्टी के वरिष्ठ नेता कुंजीलाल मीणा के निधन का समाचार बेहद दु:खद है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिजनों को दु:ख सहने की शक्ति दें।
जनहित को सर्वोपरि मानकर पूर्ण सक्रियता से काम करने वाले जनसेवक थे मीणा: राजे
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भाजपा के वरिष्ठ नेता कुंजीलाल मीणा के निधन पर शोक जताते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी। वसुंधरा राजे ने दो ट्वीट करते हुए भाजपा नेता मीणा के निधन को पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया। पूर्व सीएम राजे ने ट्वीट किया, भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद व चार बार विधायक रहे कुंजीलाल मीणा के निधन पर गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करती हूँ। पार्टी का एक अभिन्न हिस्सा रहे कुंजीलाल का स्वर्गवास मेरे और समस्त भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने आगे लिखा, कुंजीलाल मीणा सवाई माधोपुर क्षेत्र के कद्दावर नेता होने के साथ-साथ जनहित को सर्वोपरि मानकर पूर्ण सक्रियता से काम करने वाले ऐसे जनसेवक थे, जिनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोक संतप्त परिवार को धैर्य प्रदान करें।
भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व सांसद व चार बार विधायक रहे श्री कुंजीलाल मीणा जी के निधन पर गहरी संवेदनाएँ व्यक्त करती हूँ। पार्टी का एक अभिन्न हिस्सा रहे श्री कुंजीलाल जी का स्वर्गवास मेरे और समस्त भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। pic.twitter.com/QjArpb0yWY
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) January 7, 2019
सरपंच पद से शुरू हुआ था कुंजीलाल मीणा का राजनीतिक सफर
सवाई-माधोपुर लोकसभा सीट से एक बार सांसद रहे कुंजीलाल मीणा राजस्थान भाजपा के दिग्गज नेताओं गिने जाते थे। वे राजस्थान की छठीं, सातवीं, नौंवीं और 14वीं विधानसभा में बामनवास-बौंली विधानसभा सीट से चुनकर आए थे। मीणा का राजनीतिक सफर सरपंच पद से शुरू हुआ। जिसके बाद वे 1988 से 89 तक बामनवास के प्रधान पद पर रहे। इसके बाद वे राजस्थान की राजनीति में उतर गए। कुंजीलाल मीणा चार बार विधायक रहे। इस दौरान वे सरकार में कई अहम पदों पर भी रहे। 1991 के लोकसभा चुनाव में वे भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर सवाई माधोपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद भी चुने गए थे। मीणा का विवाह 1956 में सोमा देवी के साथ हो गया है। वे अपने पीछे परिवार में दो बेटे और तीन बेटियां छोड़कर गए हैं। भाजपा ने इस बार विधानसभा चुनाव में कुंजीलाल मीणा के बेटे राजेन्द्र मीणा को अपना उम्मीदवार बनाया, लेकिन वे हार गए।
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