potash mining
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राजस्थान देश का सबसे अग्रणी राज्य है। खनिजों की उपलब्धता के लिहाज़ से राजस्थान का देश में प्रमुख स्थान है। राज्य में 79 में से 57 प्रकार के खनिजों का दोहन किया जा रहा है। राजस्थान प्रत्येक वर्ष खनन क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान देकर खनिज दोहन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। राजस्थान जल्द की प्रदेश में पोटाश खनन करने वाला पहला राज्य बन जाएगा। राजस्थान के बीकानेर और लूणकरणसर में पोटाश खनन के पर्याप्त भंडार मिले हैं। खनिज विभाग की ओर से पिछले 5 सालों से पोटाश खनन की खोज करवाई जा रही थी। वर्ष 2012-13 में बीकानेर और लूणकरणसर में 300 मीटर की गहराई तक पोटाश की खोज की गई।

बीकानेर में मिले पोटाश के भंडार

खोज के दौरान बीकानेर और लूणकरणसर में पोटाश मिला, लेकिन कम मात्रा में होने के कारण पोटाश के खनन पर जोर नहीं दिया गया।  पिछले साल खनिज विभाग की ओर से बीकानेर और लूणकरणसर में 600 मीटर की गहराई तक पोटाश की खोज कराई गई तो दोनों स्थानों पर पोटाश के बड़े भंडार मिले हैं। अच्छी क्वालिटी और पर्याप्त मात्रा में पोटाश के भंडार मिलने के बाद अब राजस्थान सरकार ने यहां पोटाश खनन को हरी झंडी दे दी है। खान राज्य मंत्री सुरेन्द्रपाल सिंह टीटी ने बताया कि बीकानेर और लूणकरणसर क्षेत्र में पोटाश के बड़े भंडार मिले हैं। पोटाश खनन के लिए जल्द ही लाइसेंस जारी किए जाएंगे।

पोटाश खनन वाला राजस्थान देश का पहला राज्य

राजस्थान में पोटाश का खनन होने से प्रदेश की पोटाश की डिमाण्ड पूरी होने के साथ ही देश के अन्य राज्यों में भी पोटाश सप्लाई किया जाएगा। अगले साल तक राजस्थान देश में पोटाश का खनन करने वाला पहला राज्य बन जाएगा। पोटाश खनन से एक ओर जहां बीकानेर और लूणकरणसर के किसानों की जमीनों की कीमत बढ़ेगी वहीं रोजगार के अवसर भी बढ़ जाएंगे। दूसरी ओर राज्य सरकार को भी पोटाश के खनन से बड़ा रेवन्यू मिल सकेगा।