राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भले ही भाजपा से ज्यादा सीटें लाने में कामयाब हुई हो लेकिन बहुमत का जादुई आंकड़ा नहीं छू सकी। हालांकि बसपा विधायकों के साथ से कांग्रेस सरकार बनाने में सफल हुई। लेकिन कांग्रेस को अभी भी सरकार गिरने का डर सता रहा है। क्योंकि अकेली कांग्रेस के पास सरकार बनाने लायक पूर्ण बहुमत नहीं है और बसपा सहित अन्य दलों के साथ छोड़ देने से सरकार गिरने की नौबत भी आ सकती है। ऐसे में कांग्रेस निर्दलीय विधायकों को पार्टी में लाने की जुगत में दिख रही है।
गौरतलब है कि प्रदेश में करीब 13 निर्दलीय विधायक है, जिन्हें साधने के लिए हाल ही प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पाण्डे ने होटल में ‘खास’ चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक पाण्डे ने ही विधायकों को होटल में बुलाया था जहां करीब घंटे भर तक लोकसभा चुनाव सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। भविष्य में सरकार गिरने की नौबत ना आए, ऐसे में कांग्रेस पार्टी निर्दलीय विधायकों को साधकर चल रही है। पाण्डे का कहना है कि सभी निर्दलीय विधायकों ने लोस चुनाव में कांग्रेस का साथ देने का आश्वासन दिया है। 13 निर्दलीय विधायकों में 11 ऐसे है जो विस चुनाव में कांग्रेस से टिकट मांग रहे थे लेकिन टिकट नहीं मिलने की वजह से वे निर्दलीय मैदान में उतरे और जीत हासिल की। वहीं भाजपा से बागी 2 विधायक भी टिकट नहीं मिलने पर चुनाव जीतने में कामयाब हुए।
हाल ही विधानसभा में सभी 13 निर्दलीय विधायकों ने बैठक कर एकजुट होने का निर्णय लिया था। ऐसे में अगर लोकसभा चुनाव में ये सभी कांग्रेस पार्टी को समर्थन देते है तो पार्टी की मुश्किलें काफी कम हो जाएगी। साथ ही कांग्रेसी नेताओं के सरकार गिरने का भय भी समाप्त हो जाएगा।