भरतपुर, 13 सितम्बर। जिला निर्वाचन अधिकारी लोकबंधु एवं पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा की अध्यक्षता में आगामी विधानसभा आम चुनाव 2023 के मद्देनजर कानून व्यवस्था के संबंध में आरओ, इआरओ, एइआरओ एवं प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ मंगलवार को संयुक्त रूप से चुनाव पूर्व कानून व्यवस्था के संबंध में बैठक जिला पुलिस अधीक्षक के सभागार में आयोजित की गई। बैठक में जिला कलक्टर डीग शरद मेहरा एवं पुलिस अधीक्षक डीग बृजेश ज्योति उपाध्याय उपस्थित रहे।
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी लोकबंधु ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों के अनुरूप संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्यवाही कर विधानसभा आमचुनाव 2023 को निष्पक्ष , शांतिपूर्ण एवं भयमुक्त कराये जाने के लिये चुनाव पूर्व तैयारियां करें।
उन्होंने कहा कि आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, एक्ससाईज एक्ट में कार्यवाही कर अपराधियों में भय पैदा करने, संवेदनशील एवं हॉटस्पॉट स्थानों का चिन्हीकरण कर उन पर सीसीटीवी कैमरा लगवाने, सूचना के त्वरित आदान-प्रदान के लिए प्रत्येक स्तर पर सोशल मीडिया ग्रुप बनवाने, ऐसे संदिग्ध तत्व जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं जिनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है की सूची बनाकर पाबन्द करने,
एक्ससाईज व पुलिस अधिकारियों की निरंतर गस्त, असामाजिक तत्वों के आवागमन एवं सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी बढाने, वाहन चैकिंग के लिए चैकपोस्ट अधिक सजग करने, अवैध व नकली मदिरा, शराब वितरण, अवैध हथियार, नकदी एवं गुण्डा तत्वों पर रोकथाम के लिये विशेष प्रयास करें।
उन्होंने पुलिस व प्रशासन को आपसी बैठक आयोजित कर कार्यवाही के फोटो, वीडियो का मीडिया एवं सोशल मीडिया कवरेज के माध्यम से प्रचार प्रसार करने को कहा । जिले में जारी लाईसेंसी आर्म्स की सूची तैयार कर उन्हें जमा कराने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने कहा कि चुनाव में जिला कलक्टर से लेकर पटवारी एवं ग्राम विकास अधिकारी तक की भूमिका महत्वपूर्ण होती है।
बैठक में जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि भारत चुनाव आयोग के निर्देशानुसार राज्य में होने वाले विधानसभा आम चुनाव को मद्देनजर रखते हुए अंतर्राज्यीय जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव की तैयारियों एवं कानून व्यवस्था के संबंध में चर्चा कर हार्डकोर अपराधियों पर नियंत्रण, आवश्यक सेवाओं को सुचारू रखने, सूचनाओं का साझा कर त्वरित आदान प्रदान की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों के संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों की व्यवस्थाओं के संबंध में भी चर्चा करें।
उन्होंने कहा कि ऐसे निर्वाचन क्षेत्र जहां मतदान प्रतिशत कम रहा है वहां मतदान प्रतिशत बढाने हेतु स्वीप अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करवाया जाना भी सुनिश्चित करें।
पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बैठक में अधिकारियों के साथ चुनाव अवधि के दौरान पुलिसिंग व्यवस्था को मजबूत कर कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ करने के संबंध में निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मतदान क्षेत्रों में संदिग्ध व्यक्तियों , आपराधिक प्रवृति के व्यक्तियों एवं मतदान को प्रभावित करने की आशंका वाले लोगों की पहचान कर निगरानी के साथ ही उनकी सूची भी तैयार करें जिससे उन्हें समय रहते पाबन्द कराया जा सके।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में ऐसे सक्रिय गैंग जो आपराधिक वारदातों एवं घटनाओं को अंजाम देने के बाद सीमा पार कर जाते हैं साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों के वांरटी, हिस्ट्रीशीटर, असामाजिक तत्वों एवं आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर निगरानी रखकर चिन्हित करने हेतु सीमा पर निगरानी चौकी स्थापित कर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी रखें।
उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में सक्रिय शराब माफिया, हथियार माफिया एवं अधिक कैश का लेनदेन करने वाले व्यक्तियों पर निगरानी रखने के भी निर्देश दिये। उन्होंने प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को आपसी समन्वय कर चुनाव के संबंध में बैठकें व आवश्यक कार्यवाही संयुक्त रूप से करने को कहा।
उन्होंने जिले के संबंधित प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से संयुक्त खुफिया जानकारी साझा करने के साथ ही सीमा पर विभिन्न संदिग्ध वाहनों व हथियारों का आवागमन पर रोक लगाने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में निवासरत हिस्ट्रीशीटर एवं अपराधियों को चिन्हित कर जिला प्रशासनिक अधिकारियों एवं जिला पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर अपराधियों पर संयुक्त रूप से नाकाबंदी के साथ लगाम लगाने के लिए तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर डीग शरद मेहरा ने कहा कि डीग जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र डीग-कुम्हेर, नगर एवं कामां सीमावर्ती ऐसे क्षेत्रों के संबंधित प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों से आपसी समन्वय कर निगरानी रखें।
बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी रतन कुमार ने चुनाव प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि जिले में स्वतंत्र, पारदर्शी, भयमुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए अवैध व नकली मदिरा वितरण, अवैध हथियार, नगदी एवं संदिग्ध तत्वों पर रोकथाम तथा अंतर्राज्यीय अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान करने के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश प्रदान किए।
उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र बयाना के 40 मतदान केंद्र व नदबई के 10 मतदान केंद्र आगरा जिले से लगते हैं। विधानसभा क्षेत्र भरतपुर के 5 मतदान केंद्र मथुरा जिला एवं 64 मतदान केंद्र आगरा जिले की सीमा से लगते हैं। इसी क्रम में विधानसभा क्षेत्र डीग व कुम्हेर के करीब 40 मतदान केंद्र मथुरा जिले की सीमा से लगते हैं।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं जिला नोडल स्वीप दाताराम, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्वेता यादव, उपखण्ड अधिकारी कामां दिनेश शर्मा, कुम्हेर देवेन्द्र सिंह परमार, नगर विष्णु बंसल, वैर ललित मीणा सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद रहे।
संवाददाता- आशीष वर्मा