जयपुर। कुछ महीनों बाद राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी अपनी रणनीति और तैयारियों में जुटी हुई है। इस बीच तीसरा मोर्चा को लेकर सुगबुगाहट काफी तेज है। कोलायत से पूर्व विधायक देवी सिंह भाटी अपने तीसरे मोर्चे को मजबूत करने के लिए जोधपुर पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस और बीजेपी पर जोरदार हमला बोल दिया कांग्रेस की सरकार जा रही है लेकिन बीजेपी में लिडरशिप में दम नहीं है। भगवा पार्टी में टांग खिंचाई के चलते गड़बड़ हो सकती है।

गहलोत सरकार जाते-जाते बांट रही रेवड़ियां
पूर्व विधायक देवी सिंह भाटी का कहना है कि मौजूदा कांग्रेस सरकार का कुछ दिनों का ही कार्यकाल बचा हुआ है। अब अंतिम समय में कांग्रेस लॉलीपॉप दे रही है। जाते जाते अशोक गहलोत सरकार रेवड़ियां बांट रही है। अखबार में भी जबरदस्त विज्ञापन दे रही रही है। इसके बावजूद मुझे तो कांग्रेस को सरकार वापसी आती नहीं दिख रही है।

वसुंधरा राजे के अलावा बीजेपी में कोई नेता नहीं
देवी सिंह भाटी ने कहा कि बीजेपी में जोश कौन दिखाएगा। जब तक युद्ध के मैदान में जोश नहीं दिखाते हैं, युद्ध जीता नहीं जाता है। मुझे तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अलावा बीजेपी में कोई ऐसा जोश भरने वाला नजर नहीं आ रहा है। नेतृत्व वसुंधरा राजे को मिले तो राजस्थान में स्थिति बन सकती है। नहीं तो सब कुछ गड़बड़ है। बीजेपी में मुख्यमंत्री को लेकर टांग खिंचाई तो अभी से ही चल रही है।

राजस्थान बीजेपी में लीडरशिप में कोई दम नहीं
भाटी ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि नहीं सहेगा राजस्थान अभियान में देखा गया कि प्रदेश बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी लेकिन वहां संख्या बल नहीं के बराबर था। 10 से 15 हजार लोग ही प्रदर्शन में पहुंचे और एक सड़क पर कुर्सियां लगाकर बैठे थे। अब आप इतने से लोग विरोध दिखा रहे हो। इस आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया था कि ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचें। जब पीएम मोदी को ट्वीट करने की नौबत आ गई तो समझ लो कि राजस्थान बीजेपी में लीडरशिप में कोई दम नहीं है।

आकाओं को हिसाब किताब देना पड़ता होगा
लाल डायरी के मामले पर देवी सिंह भाटी का कहना है कि मैंने मेरे राजनीतिक जीवन में बहुत सारी लाल डायरिया के बारे में सुना है। हर्षद मेहता से लेकर कौन-कौन कैसी कैसी डायरी लिखता था, लेकिन सभी डायरियो का परिणाम कुछ नहीं हुआ। अभी फिलहल लाल डायरी आई है। उसमें लिखने वाला जाने कई बार ऐसा होता है कि हिसाब किताब में लिखना पड़ता है। क्योंकि अपने आकाओं को हिसाब किताब देना पड़ता है।

जनता चाहती है वसुंधरा राजे ही बनें मुख्यमंत्री
शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने कहा, राजस्थान में अगर फिर से सरकार पूर्ण बहुमत से बनानी है, तो राजे को राजस्थान की कमान सौंपनी चाहिए। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के राज में जनता दुखी हो चुकी है। हमने भी जनता के सामने आमसभा की है। जनता चाहती है कि इस भ्रष्ट तंत्र को उखाड़ फेंके और बीजेपी को नेतृत्व सौंपा जाए। उससे लगता है कि हमारे नेता तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हैं और राजस्थान की जनता चाहती है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बनें।

वसुंधरा का प्रदेश में सबसे ज्यादा क्रेज
बीजेपी नेता और उद्योगपति मेघराज लोहिया ने कहा कि राजस्थान में सबसे ज्यादा क्रेज वसुंधरा राजे का है। राजस्थान की जनता में सबसे लोकप्रिय नेता भी वसुंधरा राजे ही हैं। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष जगत नारायण जोशी ने कहा कि राजस्थान में दो बार प्रचंड बहुमत से बीजेपी वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सरकार बना चुकी है। अगर केंद्रीय नेतृत्व सही निर्णय करे, तो प्रचंड बहुमत के साथ वसुंधरा राजे फिर से सरकार बना सकती हैं।

राजे ही बीजेपी की मजबूती
पार्टी को कर्नाटक में स्थापित नेताओं का दरकिनार करने का दांव उलटा पड़ा है। ऐसे में राजस्थान को लेकर भी सुगबुगाहट और चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि, राजे ही बीजेपी की मजबूती हैं। पार्टी जातीय समीकरण से लेकर प्रमुख पदों पर एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखी रही है। पिछले कुछ समय से इसकी तस्वीर भी देखने को मिली है।