जयपुर। राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले है। बीते कुछ दिनों से बीजेपी और कांग्रेस के दिग्ग्ज नेता ताबड़तोड़ रैलियां और जनसभाएं कर रहे हैं। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी लगातार तूफानी दौरा कर ही है। इसी क्रम में कल राजे जनसभा को संबोधित करने के लिए घड़साना पहुंची थी। यहा पूर्व सीएम ने भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। सभा खत्म होने के बाद मंच से लौटते समय राजे के पास एक किसान रोते हुए पहुंचा और राजे को अपनी परेशानी बताई। राजे ने किसान को संभाला और कहा कि किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
वसुंधरा राजे के सामने अचानक फूट फूटकर रो पड़ा किसान
अनूपगढ़ जिले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सभा के दौरान एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। इसको देखकर वसुंधरा राजे भी चौक गईं। घड़साना में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में राजे चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद जैसे ही लौटने लगी तो, एक किसान उनके पास आकर फूट-फूट कर रोने लगा। बाद में वसुंधरा ने किसान की बात सुनी और उसे दिलासा देकर समस्या के निस्तारण का आश्वासन दिया।
केस जीता फिर भी नहीं मिला पानी
पूर्व सीएम वसुंधरा ने किसान से उसका नाम और रोने का कारण पूछा तो, किसान ने अपना नाम महावीर बताया। उसने बताया कि उसकी 9 बीघा जमीन है। पहले उसे सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलता था। लेकिन कांग्रेस सरकार के आने के बाद उसे सिर्फ दो बीघा जमीन पर ही सिचाई के लिए पानी दिया जा रहा है। इसको लेकर उसने तीन बार केस लड़कर जीते। लेकिन फिर भी उसकी समस्या नहीं हल हुई।
कांग्रेस राज में बंद हुआ पानी
किसान ने बताया कि उसे सिंचाई और पीने के लिए पानी के लिए 3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। ऐसे में वसुंधरा राजे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें पूरा पानी मिलना शुरू हुआ, लेकिन कांग्रेस के सत्ता में आते ही उनका पानी फिर से बंद कर दिया गया। किसान ने बताया कि उसके पास न तो पीने के लिए पानी है और न ही सिंचाई के लिए। वह पीने के लिए तीन किलोमीटर दूर से पानी लाते हैं।
किसान की बात सुनने को तैयार नहीं है अधिकारी
किसान ने बताया कि उन्होंने स्कूल को एक बीघा जमीन दान में दी थी और उसमें पौधे लगाए थे, जो पानी के अभाव में सूख रहे थे। इस किसान ने जानवरों के लिए एक तालाब दान में दिया था, उसमें भी पानी की कमी है। कोई अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है।
पूर्व मंत्री को समस्या हल करवाने के निर्देश दिए
रोते हुए किसान को वसुंधरा राजे ने चुप कराया और पास खड़े पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को बुलाया और किसान की समस्या नोट कर समाधान कराने को कहा। वसुंधरा राजे ने कहा कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा। इसके बाद वसुंधरा राजे चली गईं।