विधानसभा चुनाव के बाद अब राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी को विधानसभा अपने विधायक दल के नेता का चयन करना है। विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्य में सत्ता में रही भाजपा को अब विपक्ष में बैठना पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में भाजपा विधायक दल के नेता के नाम की घोषणा 13 जनवरी को की जाएगी। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पार्टी के केन्द्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर रविवार को विधायकों की बैठक के बाद राजस्थान में भाजपा के विधायक दल के नेता की घोषणा करेंगे। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री जेटली जयपुर में दुर्गापुरा स्थित कृषि अनुसंधान केन्द्र पर 13 जनवरी को आयोजित प्रबुद्ध नागरिक सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे। इस सम्मेलन में जयपुर शहर के सभी क्षेत्रों के प्रबुद्ध नागरिक एवं ओपिनियन मेकर उपस्थित रहेंगे।
पूर्व सीएम राजे को पार्टी उपाध्यक्ष बनाने के बाद नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में ये आगे
भाजपा आलाकमान ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। इससे पार्टी को और मजबूती मिलेगी। राजे को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाए जाने के बाद अब पूर्व गृह मंत्री एवं वरिष्ठ विधायक गुलाब चंद कटारिया, पूर्व संसदीय कार्य मंत्री एवं विधायक राजेंद्र राठौड़ और विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में आगे आ गए हैं। इनके अलावा हाईकमान की ओर से कोई चौंकाने वाला नाम भी सामने आ सकता है। गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उसे 73 सीटों पर जीत मिली है। इसलिए, पार्टी विधानसभा में एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी। ऐसे में पार्टी को ऐसे नेता की जरूरत है जो न केवल कांग्रेस सरकार को हर मोर्चे पर घेरे बल्कि, पार्टी के सभी विधायकों को साथ लेकर आगे बढ़े।
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2008 में भाजपा के चुनाव हारने के बाद राजे को बनाया गया था नेता विपक्ष
2018 के विधानसभा चुनाव से पहले वर्ष 2008 में भी भाजपा को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। तब पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था। वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 163 सीटें हासिल की। भाजपा ने राजस्थान में वसुंधरा राजे को फिर सीएम बनाया। इस विधानसभा चुनाव में भी प्रदेश में सत्ता परिवर्तन का क्रम जारी रहा और भाजपा को यहां समेत शासित तीन राज्यों में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उम्मीद लगाई जा रही थी कि वसुंधरा राजे को नेता प्रतिपक्ष या फिर प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। लेकिन, केन्द्रीय नेतृत्व उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। बता दें, जयपुर में केन्द्रीय मंत्री जेटली की मौजूदगी में 13 जनवरी को प्रदेश कार्यालय में विधायक दल की बैठक होगी। इसकी पार्टी स्तर पर इसकी तैयारियां की जा रही है।