जयुपर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान के साथ चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी जीत के अपनी-अपनी रणनीति को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल एक ये भी है कि आखिर बतौर मुख्यमंत्री राजस्थान की जनता की पहली पसंद कौन हैं। राजस्थान में कांग्रेस की तरफ से सीएम फेस का दावेदार अशोक गहलोत और सचिन पायलट को तो वहीं बीजेपी की तरफ से इस बार कुछ भी कह पाना जरा मुश्किल है। हालांकि वसुंधरा राजे के समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार मानते हैं।
इतने लोग चाहते हैं वसुंधरा राजे ही बने सीएम
चुनाव को लेकर एबीपी सी वोटर ने ओपिनियन पोल में सवाल पूछा कि वसुंधरा राजे को कितने लोग सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। सर्वे के नतीजे हैरान करने वाले थे। विधानसभा चुनाव से पहले एबीपी न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ओपिनियन पोल किया है। सर्वे में शामिल 22 प्रतिशत लोगों ने ही कहा कि वे वसुंधरा राजे को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। वसुंधरा राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं।
सियासी गणित में वसुंधरा भारी
कर्नाटक के नतीजों से डटी हुई भाजपा राजस्थान में कोई भी रिस्क लेने को तैयार नहीं है। ऐसे में पार्टी मोदी मैजिक के साथ-साथ इन चुनावों पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रभुत्व का भी पूरा इस्तेमाल करना चाहती है। यही वजह है कि पार्टी आलाकमान जब भी दिल्ली या राजस्थान में कोई बैठक करता है तो उसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को पूरी तवज्जो दी जाती है। यहां तक कि पार्टी के आला नेता राज्य में जाकर कोई रैली, सभा या सार्वजनिक कार्यक्रम भी करते हैं तो मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री मौजूद रहती हैं।
34 प्रतिशत अशोक गहलोत के साथ
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे की तुलना में मौजूदा सीएम अशोक गहलोत को सर्वे में ज्यादा समर्थन मिला। 34 फीसदी लोगों ने कहा कि वे गहलोत को एकबार फिर सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। अशोक गहलोत सीएम पद की रेस में अन्य नेताओं की तुलना में आगे दिख रहे हैं क्योंकि सर्वे में जिन नेताओं के विकल्प पेश किए गए थे उनमें सबसे ज्यादा समर्थन उन्हीं को मिला है।
जनलाभकारी योजनाओं से गहलोत ने खुद को किया मजबूत
अशोक गहलोत ने अपने रणनीतिक कौशल के जरिए राजनीति में खुद को इतना बड़ा बना लिया है कि पार्टी के भीतर ही कांग्रेस आलाकमान भी अब उनके लिए कोई चैलेंज नहीं है। धमाकेदार जनलाभकारी योजनाओं के जरिए जनता को अपने साथ जोड़कर खुद के लिए एक राजनीतिक कवच निर्मित कर लिया है। राजस्थान न तो नरेंद्र मोदी और अमित शाह का गुजरात है और न ही मध्य प्रदेश, जहां पर मोदी के कहने पर विधानसभा में सीधे सीधे वोट पड़ जाएं और बीजेपी आसानी से सत्ता में आ सके। बीजेपी की सत्ता आना उतना आसान नहीं है जितना बीजेपी के नेता कह रहे हैं।
18 फीसदी लोग पायलट को चाहते हैं सीएम
सर्वे में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की लोकप्रियता अशोक गहलोत से कम दिख रही है। यह सर्वे के नतीजे बता रहे हैं। सर्वे में 20 फीसदी से भी कम लोगों ने उन्हें सीएम पद का पसंदीदा चेहरा बताया है। सर्वे में 18 फीसदी ने कहा कि वे सचिन पायलट को सीएम के रूप में देखना चाहेंगे। बता दें कि राज्य की जनता ने बतौर डिप्टी सीएम सचिन पायलट के कामकाज को देखा है।
गजेंद्र सिंह और राज्यवर्धन सिंह को इतने लोगों ने किया पसंद
इसके अलावा इस सर्वे में दस प्रतिशत जनता ने जोधपुर से सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को बतौर मुख्यमंत्री अपनी पसंद बताया है। वहीं सात फीसदी लोगों ने राज्यवर्धन राठौड़ को सीएम फेस की पसंद बताया है। इसके अलावा नौ फीसदी लोग ऐसे मिले जिन्होंने इन सभी नेताओं को बतौर सीएम नकार दिया है।
सर्वे में 90 हजार लोगों ने लिया हिस्सा
मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ओपिनियन पोल किया है। इसमें करीब 90 हजार लोगों से बात की गई है। सर्वे 1 सितंबर से 8 अक्टूबर के बीच किया गया है। सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है।