चौदहवीं राजस्थान विधानसभा का अगला सत्र 5 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। यह वर्तमान सरकार का 10वां सत्र है जिसके लिए सभी सुरक्षा व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गयी है। विधानसभा सचिव पृथ्वी राज की अध्यक्षता में सोमवार को विधानसभा में हुई इस आशय की एक बैठक में यह निर्देश दिए गए हैं कि सत्र के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से कोई चूक न रहे। बैठक में सुरक्षा के संबंध में बिन्दुवार समीक्षा की गई। सत्र के दौरान आने वाले शिष्टमण्डलों से मुलाकात कराने हेतु नामजद अधिकारी नियुक्त किये जा रहे हैं तथा विधानसभा परिसर में एक एम्बुलेंस एवं एक अग्निशमन वाहन की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है।
जैसा कि बताया गया है, सत्र के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी नियुक्त किये जा रहे हैं, जिनमें टास्क फोर्स के सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं। विधानसभा भवन की प्रतिदिन एंटीसबोटेज चौक, बम डिस्पोजल स्क्वार्ड और डाग स्क्वार्ड द्वारा चौकिंग की जायेगी। इसके अलावा भवन के प्रवेश द्वारों पर पोर्टेबल मैटल डिटेक्टर एवं एचएचएमडी लगाये जायेंगे। सत्रकाल में संदिग्ध व्यक्तियों के प्रवेश की रोकथाम के लिए भी आवश्यक व्यवस्थाएं तय की गयी है। भवन के समस्त द्वारों से अनाधिकृत व्यक्तियों के विधानसभा में प्रवेश की रोकथाम करने हेतु पर्याप्त वर्दीधारी पुलिसकर्मियों की व्यवस्था होगी। सत्रावधि में विधानसभा भवन एवं उसके संवेदनशील स्थानों पर 24 घंटे आर्मगार्ड के अलावा गश्त की विशेष व्यवस्था की जायेगी।
विधानसभा के उत्तरी एवं पश्चिमी मार्ग पर यातायात नियंत्रण हेतु पर्याप्त मात्रा में यातायातकर्मी एवं चैनल बैरियर भी लगाए जाएंगे। भवन में वाहनों की पार्किंग के लिए भी जाप्ता लगेगा। भवन के सभी प्रवेश द्वारों के अलावा अन्य स्थानों पर भी यथा जरूरत मार्गदर्शक पट्टिकाएं लगी होंगी ताकि किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो।
इस मौके पर विधानसभा के मार्शल संजय चौधरी, सहायक मार्शल विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक सुरक्षा राजेश मीणा, पुलिस उपायुक्त दक्षिण योगेश दाधीच, पुलिस उपायुक्त यातायात शिल्पा चौधरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर हरिसिंह, सार्वजनिक निर्माण विभाग के सुनिल गुप्ता सहित पुलिस विभाग के संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया।
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