बूंदी में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ये इस देश के लोग हैं भारत माता। मैंने संसद में एक ही सवाल पूछा था कि मैं जानना चाहता हूं कि ये भारत माता कौन है? कितने आदिवासी, कितने गरीब, कितने अमीर, मैं जानना चाहता हूं।
एक तरफ जहां राजस्थान में मौसम का मिजाज दिन-ब-दिन ठंडा होता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर राजनीति से अंगारे बरस रहे हैं। विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार भी जोर पकड़ने लगा है। सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी बूंदी दौसा और सीकर में जनसभाओं को संबोधित करने पहुंचे, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला।
रविवार को बूंदी के गोठरा में चुनावी रैली में राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी जब यहां आते हैं तो दलित, गरीब और किसानों की बात करते हैं। लेकिन, सच्चाई यह है कि वह अडानी के लिए काम करते हैं और उसे बढ़ावा देने में लगे हुए हैं।
दौसा, सीकर के बाद राहुल गांधी बूंदी में जनसभा करने पहुंचे। बूंदी में हिंडौली विधायक अशोक चांदना ने भारत माता की जय के नारे लगाए तो राहुल गांधी ने पूछा कि भारत माता कौन है? उन्होंने कहा, ये भारत माता है और हर वो व्यक्ति जिसके मन में इस नारे की आवाज गूंजती है वो भारत माता है। मैंने सदन में भी पूछा था कि भारत माता कौन है?
राहुल गांधी ने कहा कि भारत माता के बारे में जानने के लिए जातीय जनगणना करानी होगी। उन्होंने कहा कि देश की 50 फीसदी आबादी पिछड़ी है। इसके अलावा दलित 15 फीसदी और आदिवासी 12-14 फीसदी हैं। यानी भारत माता की आधी से ज्यादा आबादी दलित, पिछड़े वर्ग और आदिवासियों की है।
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी कहते हैं कि देश में एक जाति है और वह गरीब है। जब ओबीसी को भागीदारी देने की बात आती है, जब दलितों को भागीदारी देने की बात आती है तो मोदी कहते हैं कि इस देश में न दलित हैं, न आदिवासी हैं। जब चुनाव जीतने की बात आती है तो मोदी कहते हैं कि मैं ओबीसी हूं। अब या तो आप ओबीसी हैं या इस देश में कोई जात है। आप चौंक जायेंगे कि 90 अधिकारियों में से 3 अधिकारी ओबीसी हैं। 50 फीसदी होने चाहिए यानी कम से कम 45 ओबीसी अधिकारी होने चाहिए। जो तीन ओबीसी अफसर है वे भी कोने में पीछे बैठे हुए हैं। ये वो 90 अफसर है जो हिंदुस्तान का बजट बांटते हैं।
राहुल ने यह भी कहा कि देश को सिर्फ 90 लोग चला रहे हैं। उसमें ओबीसी अधिकारी 100 रुपए में से 5 रुपए ही तय करते हैं। ओबीसी की आबादी 50 फीसदी है, उनमें से ही 5 रुपए का फैसला लेते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी राजस्थान आते ही भारत माता की जय कहते हैं और व्यस्त रहते हैं अडानी को आगे बढ़ाने में। पीएम मोदी ने अपने कारोबारी मित्रों का 14 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया। सारा पैसा अपने 20 से 25 लोगों को दे दिया। जिसमें एक भी आदिवासी या दलित नहीं है।