गुजरात और कर्नाटक चुनाव समाप्त हो चुके हैं जिनमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्थानीय मंदिरों में जमकर ढोक लगाई है। इसी साल प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। इसे देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि जल्दी ही राजस्थान में राहुल गांधी की टेंपल रन शुरू होने वाली है। हमेशा की तरह पार्टी महासचिव अशोक गहलोत को उनके टेंपल रन यात्रा का सलाहकार और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलेट को उनका शागीर्द बनाया जाने वाला है।
राहुल गांधी के प्रदेश के मंदिर-मंदिर घूमने की तैयारियां शुरू भी हो चुकी है। एआईसीसी ने पहले ही राजस्थान प्रदेश कांग्रेस से जिलेवार बड़े मंदिरों और धार्मिक स्थलों का ब्यौरा मांग लिया है और यह लिस्ट भेजी जा चुकी है। कर्नाटक में राहुल गांधी के टेंपल रन का फायदा कांग्रेस को पहले ही मिल गया है। बहुमत हासिल न करने के बाद भी कांग्रेस ने जेडीएस से हाथ मिलाया और गठबंधन सरकार बना ली। कहने का मतलब कर्नाटक के मंदिरों में माथा टेकने का पूर-पूरा लाभ राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को मिल गया। गुजरात में मंदिर-मंदिर घूमने का फायदा भी पार्टी को मिला था और पहले से कहीं ज्यादा सीटें उनके खाते में जुड़ी। अब यही फायदा राजस्थान में भी कमाने की संभावनाएं खोजी जा रही है।
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पूरी तौर पर देखा जाए तो कांग्रेस अध्यक्ष का टेंपल रन प्रदेश की राजधानी जयपुर से हो सकता है। यहां राहुल मोती डूंगरी गणेश मंदिर पधारने के बाद अजमेर जिले के पुष्कर की राह पकड़ेंगे। यहां परमपिता ब्रह्मा मंदिर और उसके बाद अजमेर शरीफ दरगाह पहुंच सकते हैं। यहां के गुरूद्वारे में भी राहुल की मुंहदिखाई हो सकती है। देशनोक करणी माता मंदिर उनका अगला पड़ाव हो सकता है। जाटों पर अपना प्रभाव छोड़ने के लिए सालासर बालाजी मंदिर (चूरू) और खाटूश्याम मंदिर (सीकर) राहुल का संभावित दौरा हो सकता है। इसके अलावा, सांवलिया सेठ मंदिर (चित्तौड़गढ़), भर्तृहरि (अलवर), कैला देवी (करौली), रणथंबौर गणेश मंदिर, दिलवाड़ा जैन मंदिर (माउंट आबू), रणकपुर जैन मंदिर (पाली), चारभुजा मंदिर (नाथद्वारा), रामदेवरा मंदिर (जोधपुर) और त्रिपुरा सुंदरी मंदिर (बांसवाड़ा) की चौखट चूमने का अवसर राहुल किसी हालत में गंवाना नहीं चाहेंगे।
यह तो बात हुई कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मंदिर दौरों की। अब बात करें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलेट की। मीणाओं पर अपनी खास छाप रखने वाले गहलोत अपने इलाकों के स्थानीय मंदिरों की सैर भी राहुल गांधी को करा सकते हैं। इस लिस्ट में दौसा से अलवर व भरतपुर के कई मंदिर शामिल होंगे। प्रतापसिंह खाचरियावास भी इस टेंपल रन में सम्मिलित होते दिखाई दे सकते हैं।
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