राजस्थान की नयी अशोक-पायलट सरकार ने प्रदेश के किसानों का कर्ज़ा माफ़ करने की घोषणा तो कर दी। मगर इस योजना पर अमल कब तक किया जायेगा इसकी कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है। अब क़र्ज़ माफ़ किया है तो सरकार को क़र्ज़ माफ़ी की रकम बैंकों में जमा तो करनी होगी ना। तभी तो बैंक, और लोन देंगे। ताकि किसान फिर से कर्ज़ लेंगे और फिर से फसल उगाएंगे। और अगर फिर से पैदावार सही नहीं हुयी तो किसान फिर से कर्ज़ माफ़ी की मांग करेंगे और कांग्रेस फिर से कर्ज़ माफ़ कर देगी। इस तरह मामला गोल-गोल घूमता रहेगा एक बड़े ज़ीरो की तरह।
एक बात तो कहनी पड़ेगी। कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के नेता भी आजकल बहुत फनी होते जा रहे हैं। क्योंकी बॉलीवुड से ज्यादा एंटरटेनमेंट तो आजकल ये कर लेते है। इस चक्कर में बॉलीवुड के लोगों के धंधे कम होते जा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के नेता आये दिन सभाओं में और भाषणों से इतनी कॉमेडी करते है न जनता आज कल उन्हीं से को देख कर टाइम पास कर लेती है। इसका सीधा असर हिंदी सिनेमा की फिल्मों पर पड़ रहा है। इन दिनों कांग्रेस का मनोरंजन इतना बढ़ चूका है न कि जनता फ़िल्में देखने तो जाती ही नहीं है।
आज बॉलीवुड के सुपरस्टार, बादशाह के नाम से मशहूर किंग खान, शाहरुख की फ़िल्म रिलीज़ हुयी है। इस फ़िल्म का नाम ही ज़ीरो है। फ़िल्म में उनके साथ अनुष्का शर्मा, कैटरीना कैफ, और ज़ीशान अय्यूब हैं। जिसे फ़ेमस निर्देशक आनंद एल. राय ने डायरेक्ट किया है, और शाहरुख़ खान की पत्नी गौरी खान इसकी निर्माता है। फ़िल्म देखने के बाद आपको लगेगा, जब इस कहानी के लेखक ने इसको लिखना शुरू किया होगा तब वो काफी अच्छे मूड में होगा। लेकिन जैसे ही उसने आधी कहानी लिखी होगी किसी ने उसका मूड ख़राब कर दिया होगा। जिसका गुस्सा लेखक ने कहानी के अंत में रायता फैला कर ले लिया है। कुल मिलाकर फ़िल्म फर्स्ट हाफ से पहले जितनी अच्छी लगती है, सेकंड हाल्फ में उतनी ही बिखर जाती है। और फिल्म का नतीजा ज़ीरो।
ठीक ऐसे ही कांग्रेस पार्टी की सरकार होती है। ये सत्ता के लालच में जनता से वादे तो इतने बड़े कर देती हैं। लेकिन इनको पूरा करने में कांग्रेस बिखरने वाली लग रही है। क्योंकि जितने भी वादे किये है, उनको पूरा करने में सरकार ने पसीने छूटने वाले हैं। कांग्रेस सरकार इतने पैसे लाएगी कहां से। जनता को गिरवी रखेगी या राज्य को। अभी तो एक ही वादा पूरा करने की घोषणा की है, और राज्य के ऊपर एक लाख़ करोड़ का अतिरिक्त कर्ज़ भार आने वाला है। ऐसे में बाकी वादों को पूरा करने के लिए कांग्रेस सरकार बजट कहां से और कितना लाएगी। राजस्थान फिर किस स्थिति में जाने वाला है? यानि कि भाजपा सरकार पिछले पांच सालों में राजस्थान को जो हीरो बनाकर गयी, कांग्रेस सरकार उस राजस्थान को फिर से ज़ीरो कर देगी। फिर पांच साल बाद बीजेपी आएगी काम करेगी फिर कांग्रेस फिर से आकर सब कुछ ज़ीरो कर देगी। अर्थात आर्यभट्ट की ज़ीरो की खोज का सबसे बड़ा लाभ कांग्रेस ले रही है। कांग्रेस जहां भी जाकर बैठती है, वहां की वैल्यू ज़ीरो हो जाती है।
अब इतनी गणित तो आपने पढ़ी ही होगी कि ज़ीरो को किसी भी राशि के साथ गुना या भाग कर दो तो उसकी अहमियत भी ज़ीरो हो जाती है। तो देखते हैं, कांग्रेस राजस्थान को कितने दिनों में ज़ीरो करती है। फ़िलहाल तो दो अभिनेताओं अशोक गहलोत और सचिन पायलट का इंट्रोडक्शन हुआ है, शेष सहायक कलाकार तो अभी बाकी हैं। अर्थात मंत्रिमंडल बनना तो अभी बाकी है जो सोमवार को बन सकता है। तब तक मजे कर लो।
Content: Mahendra