राजस्थान रोडवेज कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चे ने आज जयपुर के सिंधी कैंप बस स्टैंड पर पुतला जलाकर सरकार के रवैये के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध के बाद संगठन के पदाधिकारियों को मुख्यमंत्री आवास पर वार्ता के लिए बुलाया गया। जहां उन्हें जल्द ही मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया।
संयुक्त मोर्चा संयोजक एमएल यादव ने बताया- कांग्रेस ने वर्ष 2018 में चुनावी घोषणा पत्र में रोडवेज के लिए वादे किए थे, उन्हें अब तक पूरा नहीं किया। हर बार कर्मचारी संघ की सरकार से बातचीत होती है। वहां सिर्फ आश्वासन दिया जाता है। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण रोडवेज में न तो चलाने के लिए पर्याप्त बसें हैं और न ही कर्मचारियों को वेतन और पेंशन देने के लिए पैसे हैं।
कर्मचारियों के सभी संगठनों ने मिलकर बनाया संयुक्त मोर्चा। इन मांगों को पूरा कराने के लिए वह लगातार आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज सिंधी कैंप बस स्टैंड के बाहर धरना देकर सरकार की टालम टोल नीति का विरोध किया गया।
प्रदर्शन के बाद कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया। इसमें संगठन के पदाधिकारियों सहित एमएल यादव, महासचिव धर्मवीर चौधरी, सीटू महासचिव किशन सिंह राठौड़, एसोसिएशन महासचिव हर गोविंद शर्मा, कल्याण समिति के कार्यकारी अध्यक्ष गोविंद पिल्लई मौजूद रहे।
यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने परिवहन मंत्री बृजेंद्र सिंह ओला और रोडवेज अध्यक्ष आनंद कुमार के सामने रोडवेज अधिकारियों को कांग्रेस के जनघोषणा पत्र के मुताबिक प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। इसमें रोडवेज और कर्मचारियों को आर्थिक संकट से उबारने के लिए क्या किया जा सकता है, इसके प्रस्ताव मांगे गए हैं। ताकि जल्द से जल्द इन पर काम कर रोडवेज की हालत में सुधार किया जा सके।