खाजूवाला को बीकानेर की बजाय अनूपगढ़ जिले की तहसील बनाने का विरोध तेज हो गया है। सोमवार के बाद मंगलवार को भी खाजूवाला बाजार पूर्णतया बंद रहा। यहां तक कि दवा की दुकानें भी बंद रखी गयीं।
इससे पहले सोमवार रात को इलाके के लोगों ने अनोखा विरोध प्रदर्शन किया और अपने घरों की लाइटें बंद कर ब्लैकआउट किया। इस दौरान पूरा शहर अंधेरे में रहा और केवल स्ट्रीट लाइटें ही जलाई गईं।
राज्य सरकार ने सोमवार को ही अनूपगढ़ जिले का उद्घाटन किया था। इस जिले के उद्घाटन का जिम्मा क्षेत्र के विधायक और कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल को सौंपा गया। अब उनके ही संसदीय क्षेत्र में नये जिले का विरोध हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बीकानेर की जगह अनूपगढ़ जिले में शामिल करने से कोई फायदा नहीं है। हालांकि नया जिला होने के कारण सुविधाएं नहीं मिलेंगी। बीकानेर और अनूपगढ़ के बीच महज दस किलोमीटर का अंतर है। अनूपगढ़ की बजाय बीकानेर के अधिकारी पहली फुर्सत में पहुंच सकते हैं।
विरोध के चलते मंगलवार को क्षेत्र के व्यापारियों ने बाजार से लेकर उपखंड मुख्यालय तक प्रदर्शन किया। इस दौरान हम सब एक हैं के नारों के साथ अनूपगढ़ में शामिल करने का विरोध किया गया।
उधर, छत्तरगढ़ में भी विरोध धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। यहां भी आम लोगों ने व्यापारियों के साथ बैठक कर उन्हें अनूपगढ़ की बजाय बीकानेर में ही रहने की मांग की है। यहां भी व्यापारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।