गुलाबी नगरी को स्मार्ट सिटी बनाए जाने की दिशा में से जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के आवेदन पर बिजली के तारों को अण्डरग्राउण्ड करने का कार्य शीघ्र कराया जाएगा। स्ट्रीट लाइट के अंडरग्राउंड केबलिंग के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया जा चुका है। पहले चरण के तहत 16.81 करोड़ रुपए एवं दूसरे चरण के तहत 17.9 करोड़ रुपए के कार्य कराए जाएंगे। पहले चरण के लिए टेंडर किया जा चुका है। दूसरा टेंडर 15 दिन में कर दिया जाएगा। यह कहना है ऊर्जा राज्य मंत्री पुष्पेंद्र सिंह का, जो विधानसभा सत्र में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों की ओर से पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी के आवेदन पर 12 सितम्बर, 2017 को मांगपत्र जारी किया जा चुका है।
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इससे पहले विधायक सुरेन्द्र पारीक के मूल प्रश्न का जवाब देते हुए ऊर्जा राज्य मंत्री ने कहा कि जयपुर शहर में चौकड़ी मोदी खाना एवं चौकड़ी विश्वेश्वर में जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के आवेदन पर आवश्यक शुल्क जमा कराने के बाद बिजली के तारों को अण्डरग्राउण्ड करने का कार्य किया जा रहा है। कार्य प्रक्रियाधीन है।
कम चौड़ी सड़कों पर केबल ट्रे-सिस्टम से होगा काम
ऊर्जा राज्य मंत्री ने कहा कि नगर निगम, नगर परिषद, नगर पालिका या कोई अन्य स्वायत्तशासी निकाय द्वारा रोड लाइट्स के तारों को अण्डरग्राउण्ड करने का कार्य आवश्यकतानुसार किया जाता है। रोड लाइट हेतु अण्डरग्राउण्ड केबल मशीन के द्वारा डाली जाएगी। जहां सड़कों की चौड़ाई कम है या फिर छोटी गलियां हैं, वहां केबल ट्रे-सिस्टम पर स्थापित की जावेगी। इससे राज्य सरकार को इस कार्य के मद में रोड काटने की अतिरिक्त राशि की कोई हानि नहीं होगी।
294 करोड़ रुपए खर्च होंगे जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर
जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर रोशनी डालते हुए पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के प्रयासों से शहर के लिए 294 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। इसमें से 112 करोड़ रुपए सिस्टम इम्प्रूवमेंट और 181 करोड़ रुपए शहर की चारदीवारी क्षेत्र एवं हेरिटेज के सौन्दर्यीकरण में खर्च किए जाएंगे। 15 करोड़ रुपए अतिरिक्त दिए गए हैं, जिसका कार्य प्रगतिरत है। यह कार्य जुलाई तक पूर्ण करने का प्रयास किया जाएगा।
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