जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद पहली बार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले पर बयान दिया है। प्रियंका ने मंगलवार को कहा कि जिस तरह से यह सब कुछ किया गया वह पूरी तरह से असंवैधानिक था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह लोकतंत्र के सभी सिद्धांतों के विरूद्ध था। इस तरह के काम किए जाने पर नियमों का पालन किया जाना चाहिए, जिनका पालन नहीं किया गया था। अपने एक दिवसीय दौरे पर सोनभद्र के उम्भा गांव पहुंचीं प्रियंका गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह पूरी तरह से असंवैधानिक था।
इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया, प्रियंका गांधी नियमों की बात कर रही है
प्रियंका गांधी ने कहा कि ऐसा कुछ भी करने के लिए नियम बने हैं। उन नियमों का पालन किया जाना चाहिए। लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया। इससे पहले प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद दी थी। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया था, ‘ईद मुबारक! खास तौर पर कश्मीर की मेरी बहनों-भाइयों को जो भयानक बंदिशें और दिक्कतें झेल रहे हैं। केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र में बाढ़ का सामना कर रहे उन परिवारों को भी जो शायद आज पूरी तरह से ईद के त्योहार को मना नहीं पाए।’ प्रियंका से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा था कि केंद्र सरकार ने जो फैसला लिया है, वह संविधान का उल्लंघन है और इस फैसले से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
कांग्रेस के कुछ नेता इसको सही बात रहे, जबकि प्रियंका गलत
हालांकि इस मुद्दे पर कांग्रेस में ही दो फाड़ देखने को मिला। कांग्रेस के कई दिग्गज इस मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार के साथ खड़े नजर आए। सोनिया गांधी के करीबियों में से एक जनार्दन द्विवेदी ने इस कदम को राष्ट्रहित में बताया। कांग्रेस के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस मुद्दे पर पार्टी लाइन से हटकर केंद्र सरकार के साथ खड़े नजर आए। इतना ही नहीं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कर्ण सिंह ने भी फैसले का स्वागत किया था।