आईएनएस विराट पर लोकसभा चुनावों के मुद्दे ग़ायब
आईएनएस विराट पर लोकसभा चुनावों के मुद्दे ग़ायब

दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र हिंदुस्तान में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं। भारतीय आम चुनावों के सात चरणों में से पांच चरण पूरे हो चुके हैं। लेकिन दो चरणों के चुनाव अभी बाकी हैं। लेकिन पांचवें चरण के चुनाव संपन्न होते होते। हिंदुस्तान की राजनीति से लोकसभा चुनावों के मुद्दे और उन मुद्दों का अर्थ बदल चुका है। अब एक राजनीतिक दल कीचड़ उछाल रहा है। तो दूसरा राजनीतिक दल गाली दे रहा है। मानो जैसे समस्त राजनितिक दलों में नीचता दिखाने की होड़ मच गयी हो। कोई किसी को चोर, बेईमान, लुच्चा, लफ़ंगा, आतंकवादी, बदमाश बोल रहा है। तो कोई किसी को भ्रष्टाचारी, नामदार, राजदार और घटिया खानदान का बोल रहा है। लेकिन फिलहाल तो मामला इसलिए गरमाया हुआ है। क्योंकि एक वर्तमान प्रधानमंत्री ने किसी पूर्व प्रधानमंत्री पर आरोप लगाए हैं। जिसे कुछ लोग सच मान रहे हैं। कुछ के अनुसार देश का प्रधानमंत्री झूठ बोल रहा है।

सबसे पहले, लोकसभा चुनावों के मुद्दे अब क्या और क्यों है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर पूर्व पीएम राजीव गांधी पर हमला बोला है। राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर एक बताने के बाद अब पीएम मोदी ने कहा। राजीव गांधी ने समुद्री जहाज का इस्तेमाल छुट्टियां मनाने के लिए किया था। पीएम मोदी के इस बयान के बाद कांग्रेस ने उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। वहीं रिटायर्ड वाइस एडमिरल और तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर विनोद पसरीचा ने पीएम मोदी के दावों को खारिज किया है। दिल्ली के रामलीला मैदान में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने कहा…

कांग्रेस के नामदार चिल्ला-चिल्ला कर मुझसे पूछ कह रहे हैं। और कह रहे हैं कि सेना किसी की पर्सनल जागीर नहीं है। देश की रक्षा करने वालों को अपनी जागीर कौन समझता रहा है। ये भी मैं आज दिल्ली की धरती से उन लोगों के सामने आंख में आंख मिलाकर हिन्दुस्तान की जनता को बताना चाहता हूं। दिल्लीवासियों को बताना चाहता हूं। आपने कभी सुना है… कोई अपने परिवार के साथ युद्धपोत से छुट्टियां मनाने जाए। आप इस सवाल पर हैरान मत होइए। ये हुआ है! और हमारे ही देश में हुआ है। कांग्रेस के सबसे बड़े इस नामदार परिवार ने देश की आन-बान-शान आईएनएस विराट, जो हमारा समुद्री युद्ध जहाज है। आईएनएस विराट का अपने पर्सनल टैक्सी की तरह इस्तेमाल किया था। उसका अपमान किया था।

फिर इसके आगे प्रधानमंत्री बोले कि…

ये बात तब की है जब राजीव गांधी भारत के प्रधानमंत्री थे। और 10 दिन के लिए छुट्टियां मनाने निकले थे। भाइयों और बहनों आईएनएस विराट उस समय समुद्री सीमाओं की रखवाली के लिए तैनात था। लेकिन उसे छुट्टियां मनाने जा रहे गांधी परिवार को लेने के लिए भेज दिया गया। क्या सिर्फ इसलिए क्योंकि वह राजीव गांधी थे। उनके ससुराल वाले थे, इटली से आए थे। खुली छूट मिल गई थी। भाइयों और बहनों नामदार परिवार की छुट्टी का किस्सा इतने पर ही खत्म नहीं होता। गांधी परिवार जिस द्वीप पर गया था। वहां आवाभगत के लिए कोई नहीं था। इसलिए सारी सुविधाएं जुटाने का काम भी सरकार और नौसेना के जवानों ने किया था। एक विशेष हेलिकॉप्टर वो भी सेना का दिन रात उनकी सेवा में लगा रहा।

तत्कालीन एडमिरल विनोद पसरीचा ने क्या सफ़ाई दी

रिटायर्ड वाइस एडमिरल विनोद पसरीचा ने पीएम मोदी के दावों को खारिज कर किया है। पसरीचा उस समय आईएनएस विराट को लीड कर रहे थे। जब राजीव गांधी उसमें सवार थे। मिरर नाऊ से बातचीत में रिटायर्ड वाइस एडमिरल ने कहा…

राजीव गांधी दो दिनों के लिए आधिकारिक दौरे के दौरान आईएनएस विराट पर आए थे। हम तिरुवनंतपुरम गए, लक्ष्यदीप भी गए। यह वैसे ही था जैसे किसी भी प्रधानमंत्री के लिए होता है। उनके साथ कोई विदेशी फ्रेंड नहीं था। हेलिकॉप्टर के जरिए वह आईलैंड गए। उन्होंने लोगों से बात और मुलाकात की। उनके साथ गृहमंत्रालय के साथ किसी और मंत्रालय के लोग भी थे। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि उन्होंने कोई रात आईएनएस विराट पर नहीं बिताई। उनके साथ कोई गेस्ट नहीं था। पीएम राजीव गांधी ने किसी तरह की हॉस्पिटैलिटी सेवा नहीं ली। उन्होंने विराट पर सिर्फ रूटीन खाना-पीना किया था। कमांडर इन चीफ एडमिरल रामदास ने प्रधानमंत्री को पार्टी दी थी। जिससे वह आईएनएस विराट पर मौजूद अधिकारियों से मिल सकें। मेरी जानकारी में उनके बच्चे विराट पर उनके साथ थे। क्योंकि वहां से उन्हें पॉलिटिकल पार्टी के लिए जाना था।

एडमिरल रामदास ने क्या कहा

वहीं, एडमिरल रामदास ने साफ किया है। पूर्व पीएम राजीव गांधी और सोनिया तब आधिकारिक दौरे पर लक्षद्वीप गए थे। उनके निजी इस्तेमाल के लिए कोई पानी का जहाज प्रयोग नहीं किया गया था। वे एक चॉपर के जरिए किसी द्वीप पर गए थे। बोर्ड पर तब कोई विदेशी भी नहीं था।

कांग्रेस ने साफ किया कि राजीव गांधी ने INS विराट का इस्तेमाल छुट्टियों के लिए नहीं किया। बल्कि आधिकारिक उद्देश्य के लिए किया था। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘रक्षा मंत्रालय से संबंधित मुद्दों पर सिर्फ ऑफिशल ट्रिप होती है। एक सिटिंग प्रधानमंत्री वहां जाते हैं। उनके साथ जो जाता है, उसकी सूची होती है। ‘कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि ‘वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) विनोद पसरीचा ने टीवी चैनलों से कहा है। यह झूठ है, राजीव गांधी एक आधिकारिक यात्रा पर थे, यह छुट्टी नहीं थी’।

2019 आम चुनावों से लोकसभा चुनाव के मुद्दे गायब हो गए

इस तरह बात शुरू हुई थी बेरोज़गारी, किसान, विकास, महंगाई से। लेकिन आज नामदार और कामदार के बीच में उलझ कर रह गयी है। इन सबके बीच 2019 भारतीय आम चुनावों से लोकसभा चुनाव के मुद्दे पूरी तरह से गायब हो चुके हैं। बचा है तो सिर्फ़ झूठ, गली-गलौच, आरोप-प्रत्यारोप, फलाना-ढिकाना, अंट शंट। जिसे देख-सुनकर अफ़सोस और दुःख दोनों एक साथ होता है। मन में रह-रह कर एक हे सवाल उठता है। क्या यही है महान हिंदुस्तान का महान लोकतंत्र। और क्या ऐसे ही होते हैं देश के संविधान के रक्षक और देश को चलाने वाले नेता।

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