जयपुर। अशोक गहलोत सरकार एक बार फिर कानून व्यवस्था के मामले में कटघरे में है। प्रदेश से एक के बाद एक सामने आ रही अपराधिक घटनाओं को लेकर विपक्ष दलों ने सरकार को चौतरफा घेरना शुरू कर दिया है। कानून व्यवस्था का महकमा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास है, लिहाजा विपक्ष का हल्ला बोल सीधे उन्हीं के खिलाफ दिखाई दे रहा है। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है और अपराधी बेखौफ खुले आम अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे है।
एएसपी ने दुष्कर्म पीड़िता से रिश्वत में मांगी अस्मत
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के ईस्ट जिले में महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में तैनात एसीपी कैलाश बोहरा को रिश्वत के बदले देह मांगने पर आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया है। एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि परिवादिया ने इस बारे में शिकायत दी थी कि उसके द्वारा दर्ज कराए गए बलात्कार के मामले की जांच पुलिस कमिश्नरेट ईस्ट की महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में तैनात सहायक पुलिस आयुक्त कैलाश बोहरा कर रहे हैं। इस मामले की जांच के बदले में अनुसंधान अधिकारी ने पहले परिवादिया से पैसों की मांग की और और बाद में बतौर रिश्वत देह की मांग की। आरोपी ने परिवादिया को अनावश्यक रूप से कार्यालय समय के बाद भी मिलने के लिए बाध्य किया था।
बारां में पति-पत्नी को बनाया बंधक, महिला से गैंगरेप
बारां जिले के नेशनल हाइवे-90 पर शनिवार रात को सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया गया। छजावा बावड़ी के समीप दंपत्ति काे रोककर बंधक बनाया गया। महिला के साथ गैंगरेप किया गया। मामले में 4 से 5 आरोपी बताए गए है। पुलिस ने बंधक बनाने और गैंगरेप सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही पुलिस जाप्ता मौके पर पहुंच गया। रात को ही एसपी विनीत कुमार बंसल, एएसपी विजय स्वर्णकार ने मौका मुआयना किया। मामले के जल्द खुलासे के लिए जांच शुरू कर दी है। मामले में पीड़ित महिला के पूर्व पति का भाई भी नामजद आरोपी है।
वसुंधरा राजे और दुष्यंत सिंह ने घटनाओं को बताया दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक
बारां की घटना सामने आने बाद विपक्ष दलों के नेताओं ने एक बार फिर सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। इस बार भी निशाने पर गृह विभाग का जिम्मा संभाल रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। राजे ने महिलाओं के अपहरण, बलात्कार और हत्या की घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक करार दिया है। उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस को इन घटना के दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने और कठोर कानूनी कार्रवाई करने की अपील की है। वसुंधरा राजे और उनके सांसद बेटे दुष्यंत सिंह ने भी इन घटनाओं पर गहरी चिंता जताई है। दुष्यंत ने कहा कि प्रदेश के कानून राज खत्म हो गया है और जंगल राज चल रहा है। कांग्रेस के राज में लड़कियां और महिलाएं घर से बाहर निकलने में डर रही है।
विपक्ष का गहलोत सरकार के खिलाफ हल्ला बोल
प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष राजनीतिक दलों के नेता कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रहे है। जोधपुर सांसद व केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने आज एक बयान में बारां में हुए आपराधिक घटनाक्रम का ज़िक्र करते हुए सीधे मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार की कार्यशैली को कटघरे में रखा है। वहीं राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथ लेना शुरू कर दिया है। हनुमान ने अपराधियों के बुलंद हौंसलों का एक उदाहरण देते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपराधियों के बेखौफ होकर वारदात को अंजाम देने पर चिंता जताई और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और ऐसे मामलों में कार्रवाई पर सवाल उठाए।