बीकानेर में पुलिसकर्मियों द्वारा दलित युवती (20) से पहले दुष्कर्म और फिर हत्या का मामला सामने आया है। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम मौके पर पहुंच गयी हैं। मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों का नाम भी सामने आया है, जिन्हें रात साढ़े दस बजे निलंबित कर दिया गया है। वहीं, मामले में पुलिसकर्मियों व एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर लड़की के परिजन बुधवार सुबह मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए।
खाजूवाला कस्बे में एक युवती की लाश मिलने के बाद से सनसनी मच गई। युवती की लाश एक घर में मिली थी। परिवार का आरोप है कि पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया। बाद में उसकी हत्या कर दी गई। परिजनों ने कुछ युवकों पर शक जताया है, जिसके बाद पुलिस उनकी तलाश कर रही है। घटना को गंभीरता से लेते हुए एसपी तेजस्वनी गौतम ने खुद खाजूवाला में डेरा डाल दिया है। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दीपक कुमार भी हैं। मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया है। ताकि घटना स्थल से कोई सबूत न रह जाए। पुलिस की टीम संदिग्धों की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है।
इस संबंध में दर्ज प्राथमिकी में खाजूवाला थाने के दो आरक्षकों को भी आरोपी बनाया गया है। महिला के पिता का आरोप है कि सिपाही मनोज और भागीरथ एक अन्य युवक के साथ उसे कमरे में ले गए। जहां पहले उससे रेप किया। फिर उसे मार डाला।
बताया जा रहा है कि युवती रोज सुबह कोचिंग जाती थी। मंगलवार को भी वह कोचिंग के लिए घर से निकली थी, लेकिन रास्ते में उसके साथ हादसा हो गया। ऐसे में इन युवकों की तलाश की जा रही है। घटना के 24 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों समेत तीन के खिलाफ दुष्कर्म व हत्या का मामला दर्ज किया गया है। अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज परिजन बुधवार की सुबह मोर्चरी के सामने धरने पर बैठ गए हैं। इस धरने में भाजपा के नेता भी शामिल हुए। धरना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।