नागौर और भरतपुर में कांग्रेस पर जमकर बरसे मोदी, राजस्थान के विकास को रफ्तार देने के लिए मांगा जनता का साथ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ दिनों से चुनाव प्रचार के सिलसिले में मरुभूमि में आए हुए हैं। मोदी ने आज नागौर और भरतपुर जिले में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। वीर तेजाजी की पवित्र भूमि पर मंच से संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज शौर्य और श्रम की धरती नागौर पर एक कामदार, नामदार के खिलाफ लड़ाई के मैदान में है। आप ही में से एक मैं भी हूं। जो जिंदगी आपने गुजारी है, वही जिंदगी मैं भी गुजार रहा हूं। न आप सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए है न मैं सोने का चम्मच लेकर पैदा हुआ हूं। हम जनता से अपने पोते-पोतियों की भलाई के लिए वोट नहीं मांग रहे हैं, हम आपसे वोट मांग रहे हैं यहां के जन-जन के सपनों को साकार करने के लिए। इस धरती का भला करने के लिए। हम अपना वोट किसी को एमएलए बनाने के लिए या सरकार बनाने के लिए नहीं दे रहे हैं। हम अपना वोट राजस्थान को समृद्ध बनाने के लिए, राजस्थान के लोगों का भला करने के लिए दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। हम सामान्य मानवी के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं।
लाइव : प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का नागौर में जनसभा को संबोधन। #राजस्थान_बोले_हर_घर_मोदी https://t.co/PG8t54CRDA
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यहां उन्होंने कांग्रेस पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि जिस नामदार को ये नहीं पता कि चने का पौधा होता है कि चने का पेड़ होता है, जो नामदार मूंग और मसूर में फर्क नहीं समझते हैं, वो आज देश को किसानी सिखाते घूम रहे हैं।
एक कर्म की धरती, ये कर्तव्य की धरती, कौशल की धरती, महाराजा सूरजमल और राणासांगा की धरती जहां शौर्य गाथा कण-कण में समाहित है ऐसे वीरों की धरती को नमन करता हूं- श्री @narendramodi, प्रधानमंत्री#राजस्थान_बोले_हर_घर_मोदी pic.twitter.com/8mhq2pZh5Z
— BJP Rajasthan (@BJP4Rajasthan) 28 November 2018
भरतपुर में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक कर्म की धरती, ये कर्तव्य की धरती, कौशल की धरती, महाराजा सूरजमल और राणासांगा की धरती जहां शौर्य गाथा कण-कण में समाहित है ऐसे वीरों की धरती को नमन करता हूं।प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से अपील की कि माओवादी, नक्सलवादी को क्रांतिकारी कहने वाली कांग्रेस पार्टी को चुन-चुन कर इस चुनाव में साफ कर दीजिए।
हमारी भ्रष्टाचार की लड़ाई से नामदार बहुत दुखी हैं।
जिनके मलाई खाने के रास्ते बंद हुए हैं, वो मोदी मुर्दाबाद कहेंगे ही, मेरे माता-पिता को गाली देंगे ही, मेरी जाति पर अभद्र टिप्पणी करेंगे ही। pic.twitter.com/guYGyAhMx1
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धुंआ व लकड़ी का चूल्हा कैसे जलता है, उन्हें मालूम नहीं: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने उज्जवला योजना का जिक्र करते हुए कहा कि धुंआ क्या होता है, ये नामदार को मालूम ही नहीं है। लकड़ी का चूल्हा कैसे जलता है, ये नामदार को मालूम नहीं। मैंने बचपन में अपनी मां को लकड़ी के चूल्हे पर खाना पकाते देखा है, धुंए से आंखों से पानी कैसे निकलता है, यह मैंने देखा है और इसी से मुझे उज्ज्वला योजना की प्रेरणा मिली। उज्ज्वला योजना के तहत देशभर में 6 करोड़ परिवारों को गैस का कनेक्शन हमने मुफ्त में दे दिया।
वसुन्धराजी ने भागीरथ बनकर काम किया, बधाई की पात्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की भूरी-भूरी तारीफ करते हुए कहा कि वसुन्धरा सरकार को बधाई देता हूं। उन्होंने राजस्थान में डेढ़ लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने का भागीरथ प्रयास किया है। हम इस काम को कैसे भूल सकते हैं।
मैं @VasundharaBJP सरकार को बधाई देता हूं उन्होंने राजस्थान में डेढ़ लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने का भागीरथ प्रयास किया है, हम इस काम को कैसे भूल सकते हैं- श्री @narendramodi, प्रधानमंत्री#राजस्थान_बोले_हर_घर_मोदी pic.twitter.com/uryovkxh8f
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस किसानों के नाम पर आज जो रोना रो रहे हैं, स्वामीनाथन कमीशन ने किसानों की भलाई के लिए दिल्ली में बैठी मैडम की ‘रिमोट कण्ट्रोल वाली सरकार’ को दस साल पहले रिपोर्ट दी थी। उस रिपोर्ट में कहा था कि अगर किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना MSP मिलेगा तो किसानों की जिंदगी मुसीबतों से मुक्त होगी। लेकिन इनके दिल में किसानों के प्रति थोड़ी सी भी हमदर्दी नहीं थी। उस समय कांग्रेस को यह रिपोर्ट पढ़ने की फुरसत ही नहीं मिली। भाजपा सरकार ने किसानों को लागत का डेढ़ गुना अधिक एमएसपी देना शुरू कर दिया। अगर यह काम दस साल पहले हो गया होता तो आज एक भी किसान को कर्ज की मुसीबत नहीं झेलनी पड़ती, कोई भी किसान कर्जदार नहीं होता।
देश की सेना का सम्मान भाजपा के संस्कार में है: मोदी
देश के सेना और उनकी वीरता के बारे में मोदी ने कहा कि देश की सेना का सम्मान भाजपा के संस्कार में है। हमने वन रैंक-वन पेंशन लागू कर देश की सेना से सेवा निवृत्त जवानों को 11 हजार करोड़ रुपया दिया। अगर आपने गलत लोगों को वोट दिया होता तो सेना का भला होता क्या, बम धमाके बंद होते क्या, सर्जिकल स्ट्राइक होती क्या?
माओवादी, नक्सलवादी और हिंसावादी लोगों को ये नामदार के दरबारी क्रांतिकारी कहते हैं। भरतपुर के धरती के बेटे के हत्यारे को क्रांतिकारी कहने वाले इस नामदार उसकी पार्टी को हम माफ कर सकते हैं क्या?- श्री @narendramodi, प्रधानमंत्री#राजस्थान_बोले_हर_घर_मोदी pic.twitter.com/RMrC8EsRCR
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कांग्रेस पर कटाक्ष कसते हुए उन्होंने कहा कि ये सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगते हैं। क्या हमारा जवान वहां बम गोले लेकर गया था या कैमरा। इन लोगों की हिम्मत तो देखिए, बेशर्मी तो देखिए सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध किया और हमसे सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहे हैं! जिस कांग्रेस की मानसिकता ऐसी है वो देश का भला कैसे कर सकती है। ये नामदार के दरबारी बेशर्मी से माओवादी, नक्सलवादी, हिंसा करने वाले लोगों को क्रांतिकारी कहते है। राजस्थान के वीर सपूत का, भरतपुर के बेटे का, उसके हत्यारों को क्रांतिकारी कहने वाले इस नामदारों को हम माफ़ कर सकते हैं क्या? उन्होंने जनता से अपील की कि आज मैं आपसे आग्रह करने आया हूं, इस देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए, राजस्थान के विकास को रफ्तार देने के लिए फिर एक बार भाजपा सरकार का साथ दें।
‘सरदार पटेल देश के प्रधानमंत्री होते तो किसान सुखी होता’
एक किसान का बेटा, जिसने गांधी जी के साथ रहकर किसानों के हक की लड़ाई लड़ी थी। वो सरदार बल्लभभाई पटेल अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो मेरे देश का किसान सबसे अधिक सुखी होता- श्री @narendramodi, प्रधानमंत्री#राजस्थान_बोले_हर_घर_मोदी pic.twitter.com/zNmb62I7TW
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भारत के आयरन मैन सरदार बल्लभभाई पटेल के गुणों का बखान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक किसान का बेटा, जिसने गांधी जी के साथ रहकर किसानों के हक की लड़ाई लड़ी थी। वो सरदार बल्लभभाई पटेल अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो मेरे देश का किसान सबसे अधिक सुखी होता सरदार बल्लभभाई पटेल जी को किसानों की मुसीबतों का पता था। जो नामदार सोने का चम्मच लेकर पैदा हुआ उन्हें क्या मालूम किसान क्या होता है।
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