राजस्थान में इस साल 25 जनवरी, 2018 एक एतिहासिक दिन के तौर पर जाना जा सकता है। आज के दिन पद्मावत को पूरे देश में रिलीज किया जाना था। राजपूत प्रष्ठभूमि पर बनी पद्मावत सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद राजस्थाप के सिनेमाघरों के पर्दों पर रिलीज नहीं हो सकी। विवादित फिल्म का टैग लिए निर्माता-निदेशक संजय लीला भंसाली की यह फिल्म राजस्थान में करणी सेना की रिलीज न होने देने की दलील और चित्तौड़गढ़ में सैकड़ों राजपूत महिलाओं के जौहर करने की धमकी के बीच पीस कर रह गई। चित्तौड़गढ़ में महिलाओं ने जौहर की तरह ही एक स्कूल में पूजा की सरकार से इच्छा मृत्यु दिए जाने की अपील की। प्रदर्शन को देखते हुए चित्तौड़गढ़ का किला बंद कर दिया गया है। कुल मिलाकर लंबे बजट के साथ दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर को लेकर बनाई गई पद्मावत को लाख कोशिशों के बाद भी राजस्थान में रिलीज नहीं किया जा सका।
आज पद्मावत की रिलीज तारीख है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राजधानी जयपुर सहित अन्य शहरों के सभी छोटे-बड़े सिनेमाघरों के बाद पुलिस बैरिकेट्स लगाकर चप्पे-चप्पे पर नजर रखे हुए है। अजमेर-जयपुर हाइवे पर कल हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस और सतर्क हो गई है। प्रदेश के कई जिलों में कफ्र्य जैसा माहौल पैदा हो गया है। प्रदर्शन को देखते हुए चित्तौड़गढ़ में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही रानी पद्मावती के चित्तौड़गढ़ महल में हर आने-जाने वाले की जांच की जा रही है।
वहीं चित्तौड़गढ़ जिले की राजपूत महिलाओं ने खुलेआम धमकी दी है कि अगर पद्मावत फिल्म को रिलीज किया गया तो समाज की महिलाएं जौहर कर लेंगी। प्रदर्शनकारी महिलाओं के अनुसार, ‘पद्मावत में अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच एक लव सीन दिखाया गया है जो किसी भी तरह से सही नहीं है।’ वहीं राजपूत समाज के लोगों ने हाथों में तलवारें लेकर इस जौहर को समर्थन दिया है। 26 जनवरी को देखते हुए पुलिस की सतर्कता और तेज हो गई है।
read more: राजस्थान उपचुनाव 2018-मतदान के लिए मान्य होंगे ये 12 फोटो पहचान पत्र