शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और सुविधाओं में निरंतर बेहतरी से काम करने वाली राजस्थान सरकार फिर एक ऐसा प्रयास करने जा रही है, जो देशभर में एक सकारात्मक पहल होगी। प्रदेश की राजधानी जयपुर में आगामी महीने के प्रथम सप्ताह में दो दिवसीय एजुकेशन फेस्टिवल का आयोजन किया जायेगा। 5 एवं 6 अगस्त को राजधानी के जयपुर एग्ज़ीबिशन एन्ड कनवोकेशन सेन्टर में आयोजित होने वाला यह एजुकेशन फेस्टिवल देश में इस तरह का पहला कार्यक्रम होगा।
राजस्थान सरकार के प्रयासों से राज्य में पहले भी हुई है रचनात्मक पहल:
अपनी जनता को नवाचार और रचनात्मकता के माहौल से जोड़ने का प्रयास करने वाली वर्तमान राजस्थान सरकार ने इससे पहले भी ऐसे अनूठे और जीवन को सरस बनाने वाले काम किये है, जो देश में पहल के रूप में स्थापित हुए। जयपुर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले साहित्य उत्सव द्वारा प्रदेश की पीढ़ियों को आपसी विचारों से जोड़ने का काम भी इस सरकार ने किया है। साथ ही झीलों की नगरी उदयपुर में विश्व संगीत उत्सव जैसे मनोरम कार्यक्रमों का आयोजन देश में पहली बार हुआ है। इसी तरह राजस्थान सरकार का यह आगामी आयोजन पूरी तरह से शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियों पर केन्द्रित होगा।
राज्य के अन्य शहरों में भी किया जायेगा आयोजन:
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने इस समारोह के बारे में बताते हुए कहा कि इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम से हमारी नयी बढ़ती पीढ़ी को आधुनिक और उन्नत शिक्षा मिलेगी। साथ ही इससे नयी तकनीकों को करीब से सीखने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री राजे ने बताया कि यह फेस्टिवल आने वाले समय में राजस्थान के अन्य शहरों में भी आयोजित किया जायेगा। राजस्थान को देश की शैक्षणिक राजधानी बनाने वाला यह आयोजन, राजस्थान में दुनियाभर के श्रेष्ठतम शिक्षाविदों एवं विशेषज्ञों को श्रेष्टतम बुद्धिजीवी विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए साझा मंच प्रदान करेगा। शिक्षा क्षेत्र में भविष्य की संभावनाओं, नवाचारों व ज्ञान के आदान-प्रदान से लेकर राष्ट्र के नवनिर्माण पर आधारित विचारधाराओं के लिए एक मंच पर संवाद इस कार्यक्रम के माध्यम से संभव हो सकेगा।
शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का होगा आयोजन:
जेम्स एज्यूकेशन के सहयोग से राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित किये जाने वाले इस कार्यक्रम की उद्घोषणा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गत वर्ष 19 दिसम्बर, 2016 को दिल्ली में कर दी थी। यह समारोह राजस्थान को देश की शैक्षणिक (बौद्धिक) राजधानी के रूप में पहचान देगा।
इस फेस्टिवल में प्रदेश विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रधानाध्यापक, शिक्षक, समाजसेवी, नीति निर्धारक, अभिभावक और विद्यार्थी भाग लेंगे। कार्यक्रम में बालिका शिक्षा, विश्व शान्ति में शिक्षा का महत्व, सकारात्मक शिक्षा तथा अन्य बिन्दुओं पर चर्चा की जायेगी। इस उत्सव के दौरान विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे।