अलवर शहर के जवाहर नगर निवासी एक महिला टीचर को फोन पर झांसे में लेकर ठग ने 75 हजार रुपए ठग लिए। ठग ने फोन पर कहा कि आपके पति बैंक खाते में 25 हजार रुपए जमा कराने आए हैं। आपको एक मैसेज भेजा है। टीचर ने सोचा कि फोन बैंक से आया था। इसलिए उसने बिना सोचे समझे फोन-पे पर 75 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। घटना के 20 मिनट बाद ही टीचर को ठगी का अहसास हुआ तो उसने साइबर सेल को सूचना दे दी। लेकिन पैसा होल्ड नहीं हो सका। दूसरे खाते से ट्रांसफर हो गया।
अलवर शहर के जवाहर नगर निवासी व राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल सोडावास की टीचर सुजाता चौधरी ने बताया कि 28 अप्रैल को वह ओसवाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल अलवर में कॉपी चेक करने की ड्यूटी के लिए आई थी। तभी एक व्यक्ति का फोन आया कि मैं एसबीआई बैंक मैनेजर बोल रहा हूं। आपके खाते में 25 हजार रुपए ट्रांसफर कर रहा हूं। इसी बीच टीचर से ठग ने फोन-पे पर राशि मांगी। तब टीचर कॉपी से सम्बंधित किसी काम में व्यस्त थी। उसने पास में खड़ी दूसरी मैडम को फोन थमा दिया। इसके बाद फोन पर राशि ट्रांसफर कर दी। तीन बार में 75 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए।
टीचर ने 8 बार ट्रांजैक्शन किया था। लेकिन तीन बार ही ट्रांजैक्शन हुआ। पांच बार में पिन गड़बड़ा गया। वरना सवा लाख रुपए और चले जाते। टीचर ने बताया कि ठगी होने का तुरंत पता चल गया। इस कारण 20 मिनट बाद ही एसबीआई आर्य नगर पहुंच गई। वहां बैंक खाता होल्ड कराया। आधा घंटे बाद साइबर को पूरी शिकायत दे दी। फिर भी पैसा होल्ड नहीं हो सका। साइबर ठगों ने रकम दूसरे खातों में ट्रांसफर कर ली। साइबर सेल शाम 5 बजे तक यही कहती रही कि पीएनबी में पैसा ट्रांसफर हुआ है। लेकिन उसके अधिकारी से बात नहीं हो पा रही है।