समाजिक व्यवस्था की निर्माण प्रक्रिया में गुरु एक अभिन्न अंग है। हिंदू धर्म व्यवस्था में गुरु को ब्रह्मा, विष्णु और महेश का रूप माना गया है। गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर भरतपुर मार्शल आर्ट के गुरु जयशंकर टाईगर की प्रतिमा पर नतमस्तक होकर नमन किया। भरतपुर ताइक्वांडो संघ अध्यक्ष पवन पाराशर, पूर्व नेशनल जूडो चैंपियन पोहप सिंह जादौन एवं माइकल जॉन्स कला केंद्र निर्देशक राजेश पुष्कर ने अपने गुरुवर की प्रतिमा पर पुष्प हार अर्पित किए।

ताइक्वांडो संघ अध्यक्ष पवन पाराशर ने अपने गुरु को याद कर अपने उद्बोधन में कहा कि भरतपुर में मार्शल आर्ट और जयशंकर टाईगर एक दूसरे के पर्याय हैं, मार्शल आर्ट से भरतपुर की जनता को सन 1982 में जयशंकर टाईगर ने रूबरू कराया था। गुरु ने अपना संपूर्ण जीवन भरतपुर के युवाओं एवं युवतियों को जूडो कराटे सिखाने के लिए समर्पित कर दिया।

माइकल जॉन्स निर्देशक राजेश पुष्कर ने बताया कि टाईगर गुरु महिला सशक्तिकरण एवं आत्म सुरक्षा के प्रति जागरूक थे। मार्शल आर्ट से युवतियों में आत्मविश्वास, आत्मनिर्भर, फिजिकल फिटनेस एवं आत्मसुरक्षा की भावना पैदा होती है, जो आज के युग में युवतियों के लिए अति आवश्यक है।

गुरु पूर्णिमा पर उपस्थित सभी गुरु भाइयों का क्लब के सचिव पीयूष जयशंकर टाईगर ने आभार व्यक्त किया।

संवाददाता- आशीष वर्मा