मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की पहल पर संचालित राजस्व लोक अदालत अभियान- न्याय आपके द्वार आम ग्रामीणों के लिए वरदान सिद्ध हो रहा है। ग्रामीणों की समस्याओं और लम्बित कामों के त्वरित निस्तारण तथा ग्राम्य विकास की मंशा से आयोजित इस अभियान के तहत एक ही छत के नीचे सभी प्रकार की जरूरी गतिविधियों एवं राज-काज के संपादन संपन्न हो रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को भीषण गर्मी में भी हाथों-हाथ काम होने का सुकून मिल रहा है।
ऐसी ही एक सफल कहानी है 80 वर्षीया विधवा महिला केली देवी की जो अपने चार नाबालिग पौत्र-पौत्री के साथ राजसमन्द जिले की भीम पंचायत समिति के अन्तर्गत लगेतखेड़ा ग्राम पंचायत मुख्यालय स्थित अटल सेवा केन्द्र में आयोजित न्याय आपके द्वार शिविर में पहुंची। यहां उन्होंने उपखण्ड अधिकारी को बताया कि उसके पति और बेटे की मृत्यु पूर्व में हो चुकी है। बेटे की मौत के बाद पुत्रवधू भी नाते चली गई।
read more: राजस्थान के इस रेलवे स्टेशन को सौंदर्यीकरण में मिला तीसरा स्थान
इस स्थिति में पोते-पोतियों के भरण-पोषण सहित सभी प्रकार की जिम्मेदारियां उस पर आ पड़ी हैं। प्रार्थिया स्वयं बुजुर्ग होते हुए भी अपने चार पोते-पोतियों का पालन कर रही हैं। भगवती (10), गोपालराम (8) तथा गोविन्दराम (6) राजकीय प्राथमिक विद्यालय जसवन्तपुरा में अध्ययनरत हैं।
शिविर में उपखण्ड अधिकारी ने उसकी व्यथा तसल्ली से सुनी तथा प्रार्थिया को पालनहार योजना में लाभान्वित करने के लिए सम्पूर्ण दस्तावेज घण्टे भर से भी कम अवधि में तैयार कराए। साथ ही केली देवी का आवेदन पालनहार योजना में पोर्टल पर ऑनलाईन कराते हुए सभी औपचारिकताएं पूरी कर हाथों हाथ लाभान्वित किया। शिविर में अपनी समस्या का तुरंत समाधान होते देख वह खुशी के मारे गद्-गद् हो उठी और मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सहित प्रदेश सरकार का खूब आभार जताया।
read more: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जयपुर-अजमेर दौरा, यह होगी कार्यक्रमों की सूची