राफेल मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से मोदी सरकार पर किए जा रहे लगातार हमले के बाद लोकसभा में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आक्रामक तेवर अपनाते हुए कांग्रेस को करारा जवाब दिया और कहा कि कांग्रेस झूठी है और उसने इस मामले पर झूठ बोलकर देश को गुमराह किया है। लोकसभा में फ्रांस के साथ राफेल करार की प्रक्रिया के बारे में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि 74 बैठकों के बाद राफेल सौदा किया गया। हथियारों से लैस और बगैर हथियार वाले राफेल विमान की तुलना करना गलत है। कांग्रेस गलत जानकारी के नाम पर देश को गुमराह करने का काम कर रही है।
निर्मला सीतारमण ने बैंक गारंटी के सवाल पर कहा कि किसी भी देश के साथ हुए रक्षा करार में बैंक गांरटी नहीं ली गई थी। वो चाहे अमेरिका के साथ हुआ है या फिर फ्रांस के साथ। साथ ही कीमत से जुड़ी बहस पर बोलते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी दाम नहीं बताने पर टिप्पणी की है और कोर्ट का फैसला पूरी प्रक्रिया देखकर ही आया है। रक्षा मंत्री ने साफ किया कि देशहित पर कीमत बताना ठीक नहीं है क्योंकि यह बहुत संवेदनशील मामला है। पार्टियों की ओर से कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई थीं, ताकि वह इसका राजनीतिक फायदा ले सकें।
इससे पहले रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हर सवाल का जवाब देने को तैयार है, लेकिन कांग्रेस को रक्षा सौदे की गोपनीयता समझनी चाहिए। पहला राफेल विमान सितंबर 2019 में यानी करार के 3 साल के भीतर आ जाएगा जबकि कांग्रेस ऐसा करने में नाकाम रही। वहीं उन्होंने संसद में दावा किया कि 2022 तक सभी विमान भारत आ जाएंगे। निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस बिना कुछ हासिल किए राफेल विमान को देश में नहीं लाना चाहती थी। कांग्रेस बताए किस कारणों से डील की यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। कांग्रेस पहले मेरे सवालों के जवाब दें क्योंकि वो मेरा जवाब सुनने को तैयार नहीं है।
सीतारमण ने कहा देश की सरहद पर संवेदनशील माहौल है। पिछले 10 साल में हमारे पड़ोसियों में क्या बदलाव हुए हैं? चीन के पास 400 लड़ाकू एयरक्राफ्ट हैं, इनमें फिफ्थ जनरेशन एयरक्राफ्ट हैं। पाकिस्तान ने अपनी लड़ाकू विमानों की क्षमता बढ़ाई है। हमारे पास क्या है? 2002 में हमारे पास 42 स्क्वॉड्रन थी। यह 2007 में घटकर 36 और 2015 में 32 स्क्वॉड्रन हो गईं। हमारे पड़ोसी अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं, हमारी क्षमता घट रही है। कांग्रेस शासनकाल में रक्षा सौदे की जो प्रक्रिया 10साल तक चलती रही उसे हमने मात्र 14 महीनों में पूरा किया। कांग्रेस ने एचएएल के विकास के लिए कुछ नहीं किया। वह उसे केवल रियायत देती रही और अब उसके नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रही है।
रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि राफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसां ने एचएएल में बने विमानों की गारंटी लेने से इनकार कर दिया था। कांग्रेस 136 नहीं, केवल 18 विमान खरीदने वाली थी। हमने इसकी संख्या बढ़ाकर 36 की हैं। कांग्रेस बताएं कि 526 करोड़ का आकड़ा उन्हें कहां से मिला। हमने 9 प्रतिशत सस्ते में राफेल खरीदें हैं। वह इस सौदे पर देश को गुमराह कर रही है।
Source: Prakash