जोधपुर में एक मां अपने दो बेटों के साथ ट्रेन के आगे कूद गई। लोको पायलट ने ट्रेन रोकी और तीनों के शव मंडोर स्टेशन पहुँचाया। घटना सोमवार सुबह 9.15 बजे मंडलनाथ ट्रैक पर हुई।
महिला की पहचान निरमा (25) पत्नी सुरेश विश्नोई निवासी उम्मेद नगर मथानिया के रूप में हुई है। सोमवार सुबह 7 बजे निरमा बेटे कार्तिक (7) और विशाल (3) के साथ मथानिया से बस में चढ़ी। वह मंडलनाथ क्षेत्र में उतरकर बच्चों के साथ ट्रैक पर आ गई।
वह ओटीसी के पास ट्रैक पर आकर खड़ी हो गई। महिला ट्रेन का इंतजार करती रही। सुबह 9.15 बजे फलोदी की ओर से मालगाड़ी आती देख उसने दोनों बच्चों का हाथ पकड़ लिया और ट्रेन के आगे कूद गई। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। आरपीएफ के एएसआई गजेंद्र यादव ने बताया कि महिला ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया, इस बारे में परिजनों से बात की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, निरमा की शादी 2017 में सुरेश विश्नोई से हुई थी। सुरेश के ट्रेवल्स एजेंसी चलाता है। बताया जा रहा है कि पत्नी पति के चरित्र पर शक करती थी। इस बात को लेकर पति-पत्नी के बीच अनबन रहने लगी, जिससे आए दिन झगड़ा होता था।