प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने वाले हैं। ये ख़बर सोशल मीडिया आग की तरह फ़ैल रही है। लोग बैंक में पहुंच गए कई घंटों लाइन में भी खड़े हुए। जिन लोगों के बैंक में खाते नहीं है वो भी अपना खाता खुलवाने के लिए पहुंच गए। लोग धूप में घंटों लाइन में लगे रहे इस दौरान किसी ने एक बार भी मोदी, सरकार, भाजपा या भगवान को नहीं कोसा। बल्कि कईं लोग तो दबी ज़ुबान में ये तक कह रहे थे कि भगवान हर बार मोदी जी को ही प्रधानमंत्री बनाये। लेकिन जब उन्हें पता चला कि ये ख़बर मात्र एक अफवाह थी तो उनके हाथ बाबाजी का ठुल्लू लगा।
15 लाख के लिए केरल में एक बैंक के आगे लगी लम्बी लाइन
केरल में गुरुवार की सुबह सोशल मीडिया पर ये ख़बर तेजी से फैली कि मोदी सरकार सभी के खाते में 15 लाख रुपये डालने जा रही है। मैसेज में बताया गया कि पोस्टल बैंक में जिसके खाते होंगे उनको इस योजना का लाभ मिलेगा। सोशल मीडिया के मैसेज को सच मानकर लोग पोस्टल बैंक में खाता खुलवाने के लिए बड़ी संख्या में बैंक और पोस्ट ऑफिस के बाहर कतार में खड़े हो गए। कतार में खड़े लोगों ने बताया कि सरकार प्रधानमंत्री द्वारा किए गए 15 लाख रुपये के वादे को पूरा करने जा रही है।
केरल के विख्यात पर्यटन स्थल मुन्नार के चाय बागानों में काम करने वाले हजारों लोग अपनी दिहाड़ी मजदूरी छोड़कर बैंक के बाहर लाइन में लगे दिखाई दिए। बताया जाता है कि अकेले मुन्नार डाकघर में पिछले 3 दिनों में 1050 से अधिक नए खाते खोले गए। इससे पहले देवीकुलम आरडीओ कार्यालय में भी ऐसी ही भीड़ देखी गई थी। उस समय सोशल मीडिया के जरिए दावा किया था कि सरकार बेघरों के लिए जमीन-मकान देने की योजना बना रही है।
रुपये आपके खाते में, मज़ाक किसी और के खाते में
अब ये झूठी अफ़वाह फैलाकर किसी क्या ख़ूब मज़ाक किया है। लेकिन एक बात तो पता चल गयी कि अगर फ़ोकट की चीज़ मिले तो अच्छे खासे लोग भी काम-धंधा करना भी छोड़ देते हैं। जब कोई चीज़ देने के लिए लाइन में लगना पड़े तो लोग सरकार को गाली देते हैं। लेकिन जब लेने की बारी आती है तो इन्हीं लोगों के अंदर का इंसान कहीं चला जाता है और भेद बकरियों की तरह लेने की लिये लाइन में खड़े हो जाते हैं। अगर इसका सबसे बढ़िया उदाहरण देखना हो तो किसी भंडारे में जाकर देख लेना।