शहर में ऐग्रो टावर का निर्माण भी होगा जिसमें 125 कृषि आॅफिस बनाए जाएंगे …
झीलों की नगरी उदयपुर में शीघ्र ही एक आधुनिक कृषि मंडी तैयार होगी। यहां कृषि से जुड़े सभी सामान और चीजे व्यापारियों व आम ग्राहकों को उपलब्ध हो सकेगी। इस मंडी की कुल लागत करीब 114 करोड़ आएगी। इसके साथ उदयपुर में ही 14 करोड़ की लागत से एक ऐग्रो टावर का भी निर्माण होगा। यहां 125 आॅफिस तैयार होंगे जिसमें कृषि व्यवसाइयों को आधुनिक सुविधाओं से युक्त ऑफिसेज उपलब्ध हो सकेंगे। यहां से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेडिंग की जाएगी। यह जानकारी दी है कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी ने।
कृषि मंत्री ने बताया कि उदयपुर मंडी को देश की पहली आधुनिक और सभी सुविधाओं से सुसज्जित मंडी के तौर पर विकसित करने की राज्य सरकार की योजना है। इस मंडी और ऐग्रो टावर की स्थापना का मकसद खास तौर से वन उपज की ट्रेडिंग को बढ़ावा देना है। इस मंडी और ऐग्रो टावर के लिए वर्क ऑर्डर जारी किए जा चुके हैं।
आगे उन्होंने कहा कि अभी 26 प्रकार की वन औषधियों का उत्पादन जंगलों में हो रहा है लेकिन मार्केटिंग की व्यवस्था सुदृढ़ नहीं होने के चलते आदिवासियों को पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। राज्य सरकार द्वारा पिछले साल उदयपुर में वन उपज मंडी स्थापित की गई थी जहां से अब तक 203 करोड़ रुपए का कारोबार हो चुका है। 5.64 लाख क्विंटल वन औषधियों का विपणन भी यहां से हुआ है। ऐसे में उदयपुर शहर में तैयार होने वाली इस मंडी से व्यापारियों सहित ग्राहकों को भी भरपूर फायदा पहुंचेगा।
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