जयपुर। अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार पर एक के बाद एक उनके ही मंत्री गंभीर आरोप लगा रहे है। पिछले दिनों पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अपने ही विभाग की पोल खोली थी। यह मामला अभी शांत ही नहीं हुआ और अब विधायक भरत सिंह ने अपनी ही पार्टी के मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। कांग्रेस के विधायक भरत सिंह ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा कहा है कि आपके मंत्रिमंडल के एक सदस्य ने तो भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं ही पार कर दी। मंत्री के भ्रष्टाचार से तो विभाग के उच्चाधिकारी भी परेशान हैं। हालांकि उन्होंने पत्र में मंत्री का नाम नहीं लिखा। एक अखबार में छपी खबर के अनुसार, विधायक ने कहा कि जो इस क्षेत्र में काम कर हैं उन्हें सब पता है। उनको नाम बताने की जरूरत नहीं है। आपको बता दें कि इससे पहले भी विधायक भरत सिंह अवैध खनन से लेकर कई मामलों में अधिकारियों से लेकर मंत्री तक को कटघरे में खड़ा कर चुके हैं।
जनता को सख्त कार्रवाई की उम्मीद
विधायक भरत सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखा कि भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नाैकरी से बर्खास्त करने का सुझाव मैंने विधानसभा में भी दिया था। आपका भ्रष्टाचार पर दिया बयान स्वागत योग्य है, लेकिन केवल बयान से कुछ सुधार होने वाला नहीं है। जनता आपसे सख्त कार्रवाई की उम्मीद करती है। हाल ही में भरतपुर डीआईजी और शाहाबाद के एडीएम के ऑफिस में एसीबी ने बड़ी करवाई की। इन दोनों भ्रष्ट अफसर और मंत्री को यदि आपने तत्काल पद मुक्त कर दिया तो ये बहुत बड़ा संदेश होगा। विधायक सिंह ने पत्र में लिखा कि कोरोना से तो हम लड़ लेंगे, लेकिन ये भ्रष्टाचार तो प्रजातंत्र को भस्म कर देगा।
नाम लेना जरूरी नहीं, सब जानते है
कांग्रेस विधायक ने कहा कि अगर में कहूं राजस्थान की राजधानी में गड़बड़ी हो रही है तो जरूरी नहीं की जयपुर बोला जाए। ऐसे ही कौन भ्रष्ट है नाम लेना जरूरी नहीं है। क्षेत्र में काम कर रहे सभी जानते हैं। कार्रवाई होगी या नहीं ये देखना भी मेरा काम नहीं है। एक विधायक और सिटीजन के रूप में मेरी जो जिमेदारी है उसे मैं पूरा कर रहा हूं। भ्रष्टाचार बहुत बड़ी बीमारी है।