भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुलाबी नगर जयपुर में स्थित सूरज मैदान से राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2019 की जोरदार हुंकार भरी। राज्य के विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद पहली बार राजस्थान पहुंचे शाह ने शक्ति केंद्र सम्मेलन में जयपुर, जयपुर ग्रामीण व सीकर लोकसभा क्षेत्र से बड़ी संख्या में आए कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया। सम्मेलन की शुरुआत में अमित शाह, प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी समेत भाजपा नेताओं ने पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सम्मेलन के दौरान शाह ने रिमोट बटन दबाकर प्रदेश के 12 जिलों में भाजपा कार्यालयों का शिलान्यास भी किया।
अमित शाह के भाषण की मुख्य बातें
- पूरा देश आतंकी हमले में शहीद हुए परिवार के साथ खड़ा है और भाजपा सरकार आतंकवाद का माकूल जवाब देगी।
- मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है।
- लोकसभा चुनाव में भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस से दो-दो हाथ करके राजस्थान में कमल का झंडा सबसे ऊंचा करके रहेंगे।
- राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत भले हुई हो लेकिन भाजपा की हार नहीं हुई है।
- भाजपा ऐसी पार्टी है जो जीत का अहंकार नहीं रखती और पराजय से कभी निराश नहीं होती।
- भाजपा सरकार ने 5 वर्षों में 6 करोड़ गरीब माताओं को मुफ्त गैस सिलेंडर, 8 करोड़ परिवारों के लिए शौचालय, 2.5 करोड़ परिवारों को आवास और 2.5 करोड़ घरों में बिजली पहुंचाने का काम किया है।
- 7. हमारा लक्ष्य सत्ता पाना नहीं, बल्कि लोगों की सेवा करना है।
वसुंधरा राजे के भाषण के अहम बिन्दु
- भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधानसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन किया, हम भले ही नहीं जीते लेकिन कांग्रेस को भी सही से जीतने नहीं दिया।
- हमने जनता की सेवा का प्रण लिया है और 5 साल के अंदर जितने काम किए हैं विपक्षी लोग उसकी बुराई तक नहीं कर पा रहे हैं।
- भाजपा कार्यकर्ता जनता के बीच विश्वास और प्रेम के साथ जाएंगे। झूठ से नहीं बल्कि सच के साथ से जनता का विश्वास जीतेंगे।
- 15 किसान ठंड तथा अन्य कारणों से मौत के मुंह में समा गए।
- कांग्रेस सरकार आने के बाद 15 छोटी बच्चियों से दुष्कर्म के मामले सामने आए, जबकि हमने फांसी की सजा का कानून बनाकर कई दुष्कर्मियों को कड़ी सजा दिलवाई।
- न भूतो न भविष्यति, ऐसा विकास भाजपा सरकार के समय राजस्थान में हुआ।
- सरकार ने बेरोजगार युवाओं को भत्ता देने का वादा किया लेकिन ये नहीं बताया कि वो पैसा कहां से लाएंगे।