प्रदेश में कांग्रेस सरकार के खेल एवं परिवहन राज्य मंत्री अशोक चांदना एक बार फिर अपने सख्त व दबंग रवैये को लेकर सुर्खियों में है। नैनवां उपखंड में बिजली विभाग के एक्सईएन जेपी मीणा ने चांदना के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज व जातिसूचक शब्द कहने की शिकायत दी है। मारपीट की घटना पर निगम कर्मचारियों ने जिला कलेक्ट्रेट पर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को पत्र सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। नैनवा थानाधिकारी लखन मीणा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
निलंबित हैल्पर को नौकरी पर बहाल करने से नाराज थे मंत्री
जानकारी के अनुसार 5 फरवरी को अशोक चांदना ने हिण्डोली जनसुनवाई में मौखिक रूप से काछोला फीडर इंचार्ज मुकेश का निलंबन करने को कहा था, जिस पर अभियंता ने तुरंत एक्शन लेते हुए उसे निलंबित कर दिया था। नियमानुसार जांच के बाद मुकेश को फिर से नौकरी पर बहाल कर दिया गया। इसकी सूचना मंत्री को मिलते ही वो बिफर गए और अभियंता को नैनवां हाईवे पर कीरों का झौपड़ा पर बुलाकर इंतजार करने को कहा। मंत्री चांदना रात करीब 9 बजे पहुंचे, एक्सईएन के थप्पड़ जड़ा और बदतमीजी करते हुए गिरेबां पकड़कर जातिसूचक गालियां देने लगे।
मामले पर राज्य मंत्री अशोक चांदना ने दी सफाई
मामले के बढ़ने पर राज्य मंत्री अशोक चांदना ने सफाई देते हुए कहा कि एक्सईएन व एसई दोनों शराब के नशे में थे। इन्होंने भ्रष्टाचार कर रखा है, जो अब कतई नहीं चलेगा। हैल्पर को जांच तक निलंबित करने का आदेश दिया था तो इन्होंने बिना जांच किए ही उसे नौकरी पर बहाल क्यों किया? गौरतलब है कि इससे पहले भी चांदना के ऊपर प्रशासनिक अधिकारियों के ऊपर रौब झाड़ने का मामला सामने आ चुका है। वायरल हुए कई वीडियो में चांदना पुलिस हो या कोई सरकारी कर्मचारी, उसे धमकाते हुए ही नजर आए हैं। अब देखना होगा कि गहलोत सरकार इस मामले पर क्या एक्शन लेती है।