शादी सात जन्मों का बंधन होता है, शादी को यादगार बनाने के लिए घरवाले सालों पहले से ही तैयारी कर लेते हैं। शादी को लेकर दूल्हा-दुल्हन के भी कई सपने होते हैं। घर-घर में कई ऐसे आयोजन करने की कोशिश की जाती है, जिसे लोग सालों तक याद रखें। नए कपड़ों के साथ रस्मों में हर पल खुशियों को कैद किया जाता है, लेकिन कई बार नियति को कुछ और ही मंजूर होता है। कभी-कभी घर में बैठे-बैठे परेशानियां आ जाती हैं। ऐसा ही एक मामला कोटा में देखने को मिला जब शादी के कुछ दिन पहले ही दुल्हन के दोनों हाथों में फ्रैक्चर हो गया और वह अस्पताल पहुंच गई।

दरअसल, कोटा के MBS अस्पताल में रविवार को एक अनोखी शादी हुई। MBS अस्पताल में भर्ती दुल्हन से शादी करने दूल्हा बारात लेकर पहुंचा। दोनों ने परिवार वालों की मौजूदगी में शादी की। इस शादी के गवाह अस्पताल के कॉटेज वार्ड में भर्ती मरीज और दोनों के परिजन थे। अस्पताल के कॉटेज वार्ड में एक कमरा बुक कर सजाया गया और यहां शादी की रस्म अदा की गई। फिलहाल दुल्हन का अस्पताल में इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार कोटा जिले के रामगंजमंडी क्षेत्र के भावपुरा निवासी पंकज की शनिवार को रावतभाटा निवासी मधु राठौर के साथ शादी होनी थी।

वहीं, पिछले एक हफ्ते से दोनों घरों में शादी की रस्में चल रही थीं। खुशनमा माहौल था, सब गा रहे थे और नाच रहे थे। शनिवार को पंकज की बिंदौरी निकली और रविवार को फेरे होने थे। इसी बीच रावतभाटा में दुल्हन मधु सीढ़ियों से गिर गई, जिससे उसके दोनों हाथ टूट गए और सिर में भी गंभीर चोटें आईं। आनन-फानन में परिजन उसे लेकर कोटा पहुंचे। दुल्हन को MBS अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोनों के परिजनों ने बातचीत कर अस्पताल में ही शादी की रस्में कराने का निर्णय लिया।

पंकज के कोटा निवासी रिश्तेदार ने राकेश राठौर ने बताया कि हादसे के बाद दोनों परिवारों ने तय किया कि मधु और राकेश की शादी अस्पताल में ही कर दी जाए। इसके लिए उसने पहले कॉटेज में कमरा बुक कराया और उसे सजाया। दुल्हे और परिजन बारात लेकर अस्पताल पहुँचे वहीं शादी की रस्में हुईं। व्हीलचेयर पर बैठी दुल्हन और दूल्हे एक-दूसरे को वरमाला पहनाई। इसके बाद पंकज ने मधु को मंगलसूत्र पहनाया और मांग में सिंदूर भरा। हालांकि मधु अभी भी चलने में असमर्थ है, लेकिन इस दौरान सात फेरे की रस्म नहीं हो सकी। दुल्हन अगले कुछ दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहेगी।