राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक के पद से मंत्री महेश जोशी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने से पहले ही जोशी ने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, वह जल आपूर्ति मंत्री के पद पर बने रहेंगे।
जोशी के इस्तीफे के बाद अब किसी विधायक को नए मुख्य सचेतक पद के लिए मौका मिलेगा। वहीं, जोशी के इस्तीफे के बाद अब उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी को मुख्य सचेतक बनाया जा सकता है। चौधरी गहलोत के खास माने जाते हैं। हालांकि इस पद के लिए दावेदारों की लंबी कतार है।
विधानसभा के बजट सत्र के बीच महेश जोशी के इस्तीफे की स्वीकृति को 25 सितंबर की घटना से जोड़ा जा रहा है। महेश जोशी पर यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर 25 सितंबर को विधायक दल की समानांतर बैठक बुलाने के लिए विधायकों को बुलाने का आरोप है।
इसके बाद कांग्रेस अनुशासन समिति की ओर से धारीवाल, जोशी समेत तीन नेताओं को नोटिस जारी किया गया, जिसका जवाब दे दिया जा चुका है। अब अनुशासन समिति का फैसला आना बाकी है। सचिन पायलट ने दो दिन पहले 25 सितंबर की घटना के लिए जिम्मेदार नेताओं पर कार्रवाई का मुद्दा उठाया था।