देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चलाए गए स्वच्छता आंदोलन में उदयपुर के जनजाति बाहुल्य क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने ऐसी भागीदारी निभाई कि वह बड़ी मिसाल बन गई। इसके लिए उन्होंने अपने गहने तक गिरवी रख दिए। उनके इसी हौसले के लिए महिला को राजधानी दिल्ली में ‘स्वच्छता ही सेवा चैम्पियन’ सफाईगिरी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जिला प्रशासन ने भी उन्हें पुरस्कृत किया है। स्वच्छता अभियान 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर, 2017 तक चलाया गया था। यह कहानी है बाबूबाई कि जो उदयपुर के जनजाति बाहुल्य क्षेत्र फलासिया आदिवासी खण्ड में आमोड़ पंचायत की बिखरी आबादी क्षेत्र तोमदार गांव की निवासी हैं।
शौचालय निर्माण शुरू हुआ तो सभी का सहयोग मिला
बाबूबाई अपने परिवार के खुले में शौच की चुनौती से बहुत परेशान थी। घर की बड़ी महिला होने के नाते अपनी बहू-बेटियों का घर से बाहर जाना बाबूबाई को नागवार गुजरा। रोजाना शर्म की स्थिति का सामना करते करते आखिर बाबूबाई ने अपना शौचालय बनाने की ठान ली। कमजोर आर्थिक हालातों की मजबूरी के चलते बाबूबाई को और कोई राह नजर नहीं आ रही थी। लेकिन रोज की शर्मिन्दगी की समस्या को दूर करने का उन्होंने पक्का मन बना लिया था। ऐसे में बाबूबाई ने साढ़े चार हजार रूपए में अपने गहने गिरवी रखकर शौचालय का निर्माण कराना शुरू किया। उनके उत्साह को देखते हुए घर के सदस्यों ने भी हौंसला दिया और सामग्री के साथ सभी सहयोग के लिए आ खड़े हुए। आखिर अपने घर के शौचालय का सपना पूरा करने में बाबूबाई कामयाब रही। उनकी इस पहल पर गांव वालों में भी हौसले का संचार हुआ है।
सफाईगिरी पुरस्कार से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित
इस प्रेरणादायी कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर आरंभ किए गए सफाईगिरी पुरस्कार ‘स्वच्छता ही सेवा चैम्पियन’ से बाबूबाई को हाल ही गांधी जयन्ती के मौके पर दिल्ली में सम्मानित किया गया। स्वच्छ भारत मिशन के तहत श्रेष्ठ एवं उल्लेखनीय कार्य के लिए इंडिया टूडे की ओर से चयनित व्यक्तित्व को यह पुरस्कार दिया जाता है। दिल्ली से पुरस्कार लेकर लौटने पर जिला कलक्टर बिष्णुचरण मल्लिक ने बाबूबाई का अभिनंदन किया और इस नेक कार्य के लिए बधाई दी।
जिला प्रशासन ने भी किया सम्मान
हाल ही जिला प्रशासन की ओर से आरंभ किए गए स्वच्छता ही सेवा के जिला स्तरीय शुभारंभ समारोह के अवसर पर जिला कलक्टर एवं जनप्रतिनिधिगण की मौजूदगी में भी बाबूबाई को पुरस्कृत किया गया था।