भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कहा है कि वे खुद आगामी प्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह केवल और केवल पार्टी के लिए काम करेंगे। सैनी ने एक प्रेसवार्ता में इस बात की घोषणा की। साथ ही उन्होंने ऐसे नेताओं को भी चुनाव नहीं लड़ने की सलाह दी है जिनका स्वास्थ्य अमूमन खराब रहता है। सैनी ने युवाओं को आगे बढ़ाने की बात भी कही है। उनके एलान के बाद से इस बारे में शंकाओं के बादल पूरी तरह से साफ हो गए हैं कि मदन लाल सैनी को विधानसभा चुनावों में विधायकी टिकट पर उतारा नहीं जाएगा।
सैनी का यह फैसला निश्चित तौर पर युवाओं को आगे आने के मौके देने से देखा जा रहा है। लेकिन देखा जाए तो मदन लाल सैनी द्वारा अस्वस्थ नेताओं को चुनाव नहीं लड़ने और युवाओं को आगे बढ़ाने की सलाह देना भाजपा की उस रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें 70 साल से अधिक उम्र वाले नेताओं को टिकट नहीं देने पर विचार किया गया था। लेकिन ऐसा इस वजह से संभव नहीं दिखता क्योंकि वर्तमान में भाजपा के 10 विधायक 70 वर्ष या इससे अधिक उम्र के हैं।
प्रेसवार्ता में राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा मिशन 180 और मिशन 25 के तहत काम कर रही है। आगामी महीनों में प्रदेश में 200 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं जबकि अगले साल लोकसभा की 25 सीटों पर चुनाव होंगे।
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