प्रदेश में आखिरकार ढाई महीने बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी गई। शुक्रवार को पार्टी हाईकमान ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद पर मदनलाल सैनी के नाम की घोषणा की। इसी के साथ ही प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ ख़त्म हो गई है। सैनी के नाम की घोषणा होते ही पार्टी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर छा गयी। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी ने सैनी के नाम की घोषणा कर मास्टर स्ट्रोक खेला है। शेखावाटी में बीजेपी को खड़ा करने वाले नेताओं में सैनी का नाम शामिल किया जाता है। मदनलाल सैनी संघ के करीबी रहे हैं और राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक है। सैनी से पहले गजेंद्र सिंह शेखावत, सुरेंद्र पारीक, श्रीचंद्र कृपलानी और अर्जुन राम मेघवाल का नाम भी सामने आया था, लेकिन किसी भी नाम पर सहमति नहीं बन पाई।
कौन है बीजेपी राजस्थान के नए प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी?
बीजेपी राजस्थान के नए प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी वर्तमान में राज्यसभा सांसद है। मार्च 2018 में मदनलाल सैनी पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री भूपेंद्र यादव और लालसोट विधायक किरोड़ी लाल मीणा के साथ राजस्थान से निर्विरोध राज्यसभा सदस्य निर्वाचित हुए। मदनलाल सैनी का जन्म सीकर जिले के पुरोहित जी की ढाणी के निवासी है। राज्यसभा सांसद 1952 से संघ से जुड़े हुए हैं। वे एबीवीपी के प्रदेश मंत्री भी रह चुके हैं। वे 1975 तक वकालात पेशे से जुड़े रहने के बाद आपातकाल में जेल भी जा चुके हैं। सैनी पूर्व में बीजेपी प्रदेश महामंत्री व अनुशासन मंत्री भी रह चुके हैं। संगठन महामंत्री मजदूर संघ के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। सैनी ने वर्ष 1990 में अपना पहला चुनाव उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र से लड़ा और जीतने में सफल रहे। उसके बाद वे संगठन में भी सक्रिय हुए और 1991 में एक साल भाजपा के झुंझुनूं जिलाध्यक्ष रहे। वहीं से संगठन में पदोन्नत होकर प्रदेश मंत्री बने तो जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में ओमप्रकाश माथुर के अध्यक्ष काल में प्रदेश महामंत्री भी रहे।
वे पिछले 20 साल से बीजेपी अनुशासन समिति के अध्यक्ष हैं। सैनी वर्तमान में राज्यसभा सांसद होने के साथ ही भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। इसके अलावा प्रदेश प्रशिक्षण प्रभारी की जिम्मेदारी भी इनके पास है। मदनलाल सैनी की ससुराल झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ में है। उनके पांच पुत्रियां और एक पुत्र है। पुत्र मनोज सैनी पेशे से वकील हैं। वे हाईकोई में वकालत करते हैं। सैनी संघ की ओर से भारतीय मजदूर संघ में प्रदेश महामंत्री और अखिल भारतीय कृषि मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री रह चुके हैं।
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झुंझुनूं से सांसद का चुनाव लड़ा, लेकिन दो बार हार का सामना करना पड़ा
बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी पार्टी के टिकट पर ही झुंझुनूं से 1991 और 1996 के लोकसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमा चुके हैं। लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। सैनी ने 1993 में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे शीशराम ओला के सामने झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा, लेकिन वे नजदीकी अंतर से हार गए। इसके बाद सैनी ने 2003 और 2008 में भी उदयपुरवाटी से विधानसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन वे चुनाव जीतने में सफल नहीं हो पाए। मदनलाल सैनी जमीन से जुड़े नेता होने के साथ अपनी सादगी व अनुशासन के लिए जाने जाते हैं।