राजस्थान में आगामी विधानसभा को लेकर बीजेपी ने अपनी चुनावी यात्रा शुरू कर दी है। इस चुनावी यात्रा के लिए बीजेपी ने जो रास्ता निकाला है वो उसे दो बार सत्ता में लेकर गया है। सत्ता का यह रास्ता है मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ‘राजस्थान गौरव यात्रा’ यानि रथ यात्रा। सीएम राजे ने मेवाड़ के चारभुजा नाथजी से अपनी रथ यात्रा की शुरुआत कर दी है। इसी के जरिए राजे अब तक दो बार सत्ता सिंहासन पर पहुंची है। राजे ने राजस्थान गौरव यात्रा से पहले सुराज संकल्प और परिवर्तन यात्रा यहीं से निकाली गई थी। जिसकी बीजेपी को यह फायदा हुआ कि प्रदेश में भारी बहुमत हासिल कर सत्ता हासिल की। इसी उम्मीद के साथ बीजेपी ने इस बार भी गौरव यात्रा की शुरुआत चारभुजा से की है। यानि राजस्थान में सत्ता का रास्ता मेवाड़ होकर ही गुजरता है।
चारभुजानाथ के प्रति श्रद्धा और आस्था के साथ मेवाड़ की 28 सीटों की भी साधना
मुख्यमंत्री राजे की चारभुजा से रथ यात्रा की शुरूआत के पीछे चारभुजानाथ के प्रति श्रद्धा और आस्था के साथ मेवाड़ की 28 विधानसभा सीटों की भी साधना है। वीर योद्धाओं की धरती मेवाड़ ने राजस्थान को अब तक तीन बार मुख्यमंत्री देकर प्रदेश की सत्ता में धुरी का काम किया है। यह भी एक वजह है कि प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और बीजेपी जैसे प्रमुख दलों की उम्मीदें इस आदिवासी बाहुल्य दक्षिणांचल से जुड़ी हुई है। उदयपुर संभाग यानि मेवाड़ में कुल 6 जिले और इनकी 28 विधानसभा सीटें आती है। इन 28 सीटों के परिणाम किसी भी पार्टी को सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभाते हैं। यानि सत्ता में आने का रास्ता मेवाड़ होकर गुजरता है।
1993 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी को 16 सीटें मिली और उसकी सरकार बनीं। 1998 में कांग्रेस को यहां से 23 सीटें मिली जिसकी बदौलत कांग्रेस ने सरकार बनायी। 2003 के चुनाव में यहां से बीजेपी ने 21 सीटें हासिल सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत हासिकल किया। 2008 के चुनाव में कांग्रेस को 20 सीटें देकर मेवाड़ ने सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभाई। वर्ष 2013 में मेवाड़ से बीजेपी को 25 सीट मिली और बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल करते हुए सरकार बनाई। यानि मेवाड़ की सीटों का परिणाम राजस्थान की राजनीति में हमेशा से ही अहम भूमिका निभाता रहा है।
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2013 में मेवाड़ से रथयात्रा की शुरुआत कर बीजेपी ने 25 सीटों पर कब्जा जमाया
वसुंधरा राजे ने 2003 में परिवर्तन यात्रा की शुरुआत मेवाड़ के चारभुजा से की थी, इस चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को समूचे मेवाड़ में धराशाई कर प्रदेश की सत्ता पर कब्जा जमाया। 2008 में बीजेपी ने मेवाड़ से चुनावी आगाज नहीं किया और ना ही यात्रा का बिगुल बजाया था। शायद यहीं वजह रहीं की बीजेपी सत्ता में नहीं आ सकी। हालांकि, 2013 में बीजेपी ने एक बार फिर चारभुजा नाथ की धरती से सुराज संकल्प यात्रा की शुरुआत की और चुनाव में 28 में से 25 सीटें जीत कर फिर सरकार बनाने में सफल हो पाई। अब एक बार फिर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आगामी चुनाव को लेकर आगाज राजस्थान गौरव यात्रा के जरिए मेवाड़ की इस पवित्र धरा से की है।