कोटा. कोटा जिले की एक थाना पुलिस ने किशोरी को मध्यप्रदेश के जावरा से दस्तयाब कर बाल कल्याण समिति सदस्य के समक्ष पेश किया, जहां से किशोरी को बालिका गृह नान्ता में अस्थायी आश्रय दिया है। समिति के रोस्टर सदस्य विमल जैन के अनुसार बालिका 15 मार्च को घर से बिना बताए निकल गई। वह एक लडक़े के साथ बाइक से रामगंजमण्डी चली गई। दोनों नागदा चले गए और वहां दो-तीन दिन रुके तथा वहां से उज्जैन चले गए।
उज्जैन के मंदिर में फर्जी आधार कार्ड दिखाकर शादी कर ली तथा वहीं कमरा लेकर रहने लगे। रुपए खत्म होने के बाद वहां से रतलाम चले गए। वहां से जावरा चले गए। पुलिस को मोबाइल की लोकेशन जावरा मिली। पुलिस ने किशोरी को जावरा से दस्तयाब किया। किशोरी माता-पिता के साथ नहीं जाना चाहती। बालिका को राजकीय बालिका गृह नान्ता में अस्थायी आश्रय दिया गया है। पुलिस ने बालिका के 164 के बयान कर लिए हैं। परिजनों के आने के बाद किशोरी का पुनर्वास किया जाएगा।