बीकानेर। सामाजिक सरोकारों की अग्रणी संस्था कल्याण फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा आज जीवन के सौवे वर्ष में प्रवेश कर चुके मथुरादास सेवग का उनके निवास स्थान पर जाकर शाल माला श्रीफल और सम्मान प्रतीक देकर शतायु सम्मान किया गया।
फाउंडेशन की निदेशक कामिनी भोजक मैया ने कहा की जो व्यक्ति सौवे वर्ष में जीवन जी रहा हो ऐसा व्यक्तित्व जिंदगी के तमाम अनुभवों की जीती जागती पाठशाला होते है उनके अनुभव उनको संत बना देते है। इसलिए ऐसे विरले लोगो का अभिनंदन खुद को अभिमानित करने वाला होता की हमारे बीच ऐसे संत है तो समाज की प्रगति में कोई बाधा नहीं आती। वरिष्ठ समाज सेवी श्रीलाल सेवग और दुर्गादत भोजक ने कहा की मथुरा दास जी ने अपने सम्पूर्ण जीवन काल में पढ़ाई को महत्व दिया और जहाँ इनको लगा की मेघावी विधार्थी हैं और पढ़ नही पा रहे है ,उनके पढ़ाई के लिए वे साधन उपलब्ध करवाते रहे।
पूर्व कर्मचारी नेता पुरुषोत्तम सेवक ने कहा की सामाजिक धरोहरों की तरह होते हैं शतायु व्यक्तित्व इनका मान होना चाहिए। इस अवसर पर पार्षद नितिन वत्सस,लालचंद सेवग, पंकज शर्मा, निशा, नताशा,खुश भोजक, जैनेंद्र शर्मा सहित गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।