जयपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में नाबालिग बच्चियों के हो रही हैवानियत थमने का नाम नहीं ले रही है। शहर में रोजाना मासमू बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही है। प्रदेश के मौजूदा हालात को देखकर ऐसा लग रहा हैं कि अशोक गहलोत सरकार अपराधियों के आगे बेबस और असहाय नजर आ रही है। प्रदेश का ऐसा कोई कोना नहीं बचा हुआ है जहां पर महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित है। प्रदेश में लगातार अपराध बढ़ता ही जा रहा है। अब बहन और बेटियां अपने घर और परिवार में भी सुरक्षित नहीं है।
दरिंदों से परेशान होकर पीड़िता ने दी जान
जोधपुर में एक ओर नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। शहर के डांगियावास थाना क्षेत्र 14 साल की मासूम से दो हैवानों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। दुष्कर्म करने के बाद वे लगातार पीड़िता को धमकियां देते रहे। इस बीच धमकियों से परेशान पीड़ित मासूम ने विषैला प्रदार्थ पीकर अपनी जान दे दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पीड़िता को दे रहे थे धमकियां
शहर के डांगियावास क्षेत्र के पलासनी गांव के दो युवकों के किए गए दुष्कर्म के बाद 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा को परेशान कर रहे है। घटना के बाद पीड़ित छात्रा घर मे गुमसुम रहने लगी। परिजनों ने इसका कारण भी पूछा तो बालिका ने अपने साथ हुई घटना अपनी मां को बताई। बालिका ने अपनी मां को बताया कि इन दोनों युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद वे लगातार उसे धमका रहे हैं। परेशान होकर छात्रा ने विषैला प्रदार्थ पीकर आत्महत्या कर ली। पीड़िता की तबियत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
डांगियावास थानाधिकारी कन्हैयालाल ने बताया कि नाबालिग बच्ची के परिजनों ने प्रकाश व रामनिवास के खिलाफ दुष्कर्म करने का मामला दर्ज करवाया है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी प्रकाश को तो तुरंत गिरफ्तार कर लिया। लेकिन रामनिवास फरार हो गया, जिसकी पुलिस तलास कर रही है। पीड़ित बच्ची की मौत के बाद समाज के लोगो ने अस्पताल की मोर्चरी में विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों ने भी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।