jlf-2
jlf-2
jlf-2
jlf-2

राजधानी में हर साल की तरह इस बार भी साहित्य का महाकुंभ शुरू हो चुका हैं। जयपुर वासियों के साथ देश विदेश के हजारों लोग इस साहित्य के महाकुंभ JLF_2017  में डूबकी लगा रहे हैं। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आज जयपुर में शानदार आगाज हुआ हैं। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और बॉलीबुड जगत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले महान साहित्यकार गुलजार ने फेस्टिवल की शुरूआत की।

टाइगर जिंदा रहेंगे तभी हमारा वजूद रहेगा: मुख्यमंत्री राजे

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के पहले दिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्य वन्य जीव मंडल के सदस्य वाल्मिक थापर की किताब ‘लिविंग विद् टाइगर्स’ का विमोचन किया। यह किताब सवाई माधोपुर के रणथंभोर नेशनल पार्ट में टाइगर प्रोजेक्ट की सफलता पर लिखी गई हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि यदि जंगलों में टाइगर जिंदा रहेंगे तभी मनुष्य जीवन भी सुरक्षित रहेगा। वन्य जीवों का होना हमारे और हमारे पर्यावरण के लिए बेहद आवश्यक हैं। मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि राज्य सरकार बाघ सहित अन्य वन्यजीवों के संरक्षण के लिए कई कदम उठा रही है और इसमें नई पीढ़ी, विशेषकर युवाओं का सहयोग आवश्यक है।

 वन्यजीवन के बारे में हर किसी को समझना चाहिए

मुख्यमंत्री ने प्रकृति के संरक्षण का संदेश आमजन तक पहुंचाने और इसमें सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा कि लोगों को वन्यजीवन के बारे में अधिकाधिक पढ़ना, जानना और समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि वन्य जीवों के संरक्षित रहने से ही प्रदेश में पर्यटन का भी विकास होगा। साथ ही, पर्यटकों को भी यह समझना चाहिए कि अभ्यारण्य वन्यजीवों के घर हैं और वहां जाने पर उनको जिम्मेदारी से पेश आना चाहिए।

राज्य सरकार ने घटाई वनक्षेत्र पर लोगों की निरभर्ता

मुख्यमंत्री राजे ने बताया कि राज्य सरकार वन्यजीवों के मनुष्यों के साथ संघर्ष को कम करने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। वन क्षेत्र के आस-पास रहने वाली आबादी की वनों पर निर्भरता घटाने के लिए निःशुल्क रसोई गैस उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2007 में सरिस्का अभ्यारण्य में बाघों के पुनर्वास का सफल प्रयोग करने के बाद अब मुकुन्दरा अभ्यारण्य में भी बाघों को बसाने के लिए उपयुक्त वातावरण तैयार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री की रहनुमाई में बढ़ रहा है जयपुर आगे: गुलजार

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में भाग लेने आए गुलजार ने अपने की-नोट उद्बोधन में कहा कि जयपुर मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की रहनुमाई में तेजी से आगे बढ़ रहा है। गीतकार गुलजार ने कहा कि जयपुर की दीवारें और गलियां ही नहीं, पूरा जयपुर और यहां के लोग भी बहुत खूबसूरत हैं। उन्होंने कहा, ’इसमें वो तमाम लोग शामिल है जो मुख्यमंत्री के साथ हैं। इन्हें एक रहनुमा की जरूरत है और आपने रहनुमाई की’।

मुख्यमंत्री राजे की नीतियों की की प्रशंसा

गुलजार ने मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की नीतियों और कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की। उन्होंने फेस्टिवल के उद्घाटन समारोह में जयपुर की स्वच्छता को लेकर भी मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।