झालावाड़ 30 मई। जिला कलक्टर आलोक रंजन ने मंगलवार को एसआरजी चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज झालावाड़ में आरएसआरडीसी के माध्यम से चल रहे निर्माण कार्यों, कैंसर वॉर्ड, एमआईसीयू, ओपीडी, परामर्श पर्ची वितरण काउन्टर एवं दवा वितरण केन्द्र, मेडिकल रिकॉर्ड विभाग आदि का निरीक्षण किया।

जिला कलक्टर ने सर्वप्रथम निर्माणाधीन कैंसर अस्पताल एवं ट्रॉमा सेन्टर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित एजेन्सी आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक से कैंसर अस्पताल के निर्माण कार्यों का प्रारंभ से वर्तमान तक उपलब्ध बजट एवं निर्माण कार्यों की प्रगति रिर्पोट की जानकारी ली। साथ ही जिला कलक्टर ने कैंसर अस्पताल में ट्रॉमा सेन्टर कीमोथैरेपी एवं रेडियोलॉजी की सुविधा एवं अन्य कार्यों को तय समय सीमा में हर हाल में पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों एवं संवदेक को दिए। इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों के लिए निर्धारित गुणवत्ता मानकों में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करने एवं प्रत्येक सात दिन में निर्माण कार्यों की प्रगति की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने मानसून के दौरान वर्षा के पानी के सुचारू निकासी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।

इसके पश्चात् जिला कलक्टर ने एसआरजी चिकित्सालय स्थित कैंसर वॉर्ड में जाकर कैंसर से पीड़ित मरीजों की कुशलक्षेम पूछते हुए उनसे व उनके परिजनों से अस्पताल में दिए जा रहे इलाज, मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। इसके बाद जिला कलक्टर ने एमआईसीयू में भर्ती मरीजों को दिए जाने वाले उपचार आदि की जानकारी वहां कार्यरत नर्सिंग स्टॉफ से ली। तत्पश्चात् जिला कलक्टर ने एसआरजी चिकित्सालय में नवनिर्मित 150 बेड वाले प्री फेब्रिकेटेड यूनिट का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने संवेदक को प्री फेब्रिकेटेड यूनिट में अग्निसूचक एवं रोधक उपकरणों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए ताकि किसी भी अग्नि जनित आपदा से बचा जा सके।

जिला कलक्टर ने एसआरजी चिकित्सालय स्थित मेडिकल रिकॉर्ड विभाग में जाकर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों के इलाज, उनके स्वास्थ्य एवं उनकी पुरानी बीमारी से जुड़ी जानकारी से संबंधित सभी प्रकार के रिकॉर्ड के संधारण के कार्य की प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि मेडिकल रिकॉर्ड विभाग में बड़े अच्छे तरीके से मरीेजों के रिकॉर्ड को संधारित किया गया है। साथ ही यहां सम्पूर्ण रिकॉर्ड के डिजिटाइजेशन का कार्य भी प्रगति पर है जिससे रोगियों का जीवन बचाने एवं विभिन्न अधिकृत जीवन रक्षक अनुसन्धानों के लिए आवश्यक डेटाबेस तैयार रखा जा सके।

इसके पश्चात् जिला कलक्टर ने सभी परामर्श पर्ची वितरण काउन्टर्स एवं दवा वितरण केन्द्र पर जाकर कार्यव्यवस्था का जायजा लिया और दवाओं की उपलब्धता की जानकारी भी ली। उन्होंने मरीजों को वितरित की जाने वाली दवाईयों की एन्ट्री नियमित रूप से कम्प्यूटर में करने के निर्देश संबंधित कार्मिकों को दिए। इस दौरान जिला कलक्टर ने अस्पताल परिसर एवं शौचालयों में व्यापक साफ-सफाई एवं मरीजों के परिजनों के लिए बैठने के लिए बैंच आदि लगवाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. शिव भगवान शर्मा, डॉ. संजय पोरवाल, आरएसआरडीसी के परियोजना निदेशक मनोज माथुर सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।