मोस्ट अवेटेड जयपुर की रिंग रोड का काम अब हरियाणा की कंपनी करेगी। हाल ही में इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई थी। जिसके बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि इस परियोजना पर काम के लिए जल्द ही सरकार की ओर से कंपनी को आदेश दिए जा सकते हैं। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी के सफल प्रयासों के बाद अब जयपुर परियोजना पर जल्द ही काम शुरू हो सकता है। अब रिंग रोड का निर्माण कार्य हरियाणा की गावर कंपनी को दिया गया है।
एक दशक से अटक पड़ा था रिंग रोड का काम: इससे पहले जेडीए ने रिंग रोड का काम सेनजोस और सुप्रीम कंपनी को दिया गया था लेकिन किसी कारणवस दोनो कंपनियों में विवाद हो गया था जिसके चलते करीब 10 साल से रिंग रोड का काम अटका पडा था। हाल ही में जेडीए और कंपनियों के बीच के विवाद को वसुंधरा राजे सरकार ने केंद्र सरकार की मदद से सुलझाया और रिंग रोड का काम एनएचएआई को सौंपा।
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हरियाणा की कंपनी करेगी रिंग रोड का निर्माण कार्य: एनएचएआई ने हाल ही में टेंडर प्रक्रिया पूरी करके हरियाणा की सडक निर्माण कंपनी गावर को रिंग रोड निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी है। एनएचएआई की टेंडर प्रक्रिया में सबसे कम दर हरियाणा की गावर कंपनी की आने के बाद अब टेंडर के अंतिम निर्णय के लिए टेंडर से जुड़ी पत्रावलियां केंद्रीय सडक परिवहन मंत्रालय में भेजी गई है। ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि अगले सप्ताह तक हरियाणा की कंपनी को कार्य आदेश दिया जा सकता है। जानकारी के अनुसार एनएचएआई 47 किमी लंबी रिंग रोड का निर्माण करवाने जा रहा है। यह रिंग रोड 6 लेन की होगी और इसका निर्माण सीमेंट से किया जाएगा। एक अनुमान के अनुसार इस पर करीब 980 करोड़ रुपए का खर्च होंगे।