जयपुर पुलिस ने गैंगस्टर रोहित गोदारा के इंजीनियर दोस्त शिवराज सिंह तोलियासर को गिरफ्तार किया है। शिवराज ने ही रोहित की गैंग के लिए पूरा कम्यूनिकेशन नेटवर्क तैयार किया। उसने ही गैंगस्टर समेत गैंग के सदस्यों को बताया किस ऐप के जरिए किससे बात करनी है। साथ ही लोगों को धमकी देनी है। शिवराज की रोहित गोदारा के कहने पर शूटर्स को हथियार और गाड़ियां दिलवाता था। फिलहाल आरोपी से सांगानेर थाने में पूछताछ की जा रही है।
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया- गिरफ्तार बदमाश शिवराज सिंह (32) झुंझुनूं के तोलियासर का रहने वाला है। मंगलवार सुबह एसआईटी प्रभारी एडि.डीसीपी (वेस्ट) रामसिंह शेखावत को मुखबिर से सूचना मिली कि सांगानेर थाने में दर्ज बिजनेसमैन से 5 करोड़ रुपए की रंगदारी मामले में फरार बदमाश शिवराज सिंह जयपुर आ रहा है। फरार बदमाश के जयपुर आने की सूचना पर पुलिस ने कालवाड़ रोड पर दबिश देकर आरोपी शिवराज सिंह को पकड़ लिया। वांटेड बदमाश शिवराज को सांगानेर थाना पुलिस के हवाले कर दिया।
एडि. कमिश्नर (फर्स्ट) कैलाश चन्द बिश्नोई ने बताया- प्रारम्भिक पूछताछ में खुलासा हुआ है कि शिवराज रोहित गोदारा गैंग का सक्रिय सदस्य है। रोहित का जिगरी दोस्त भी है। गैंगस्टर रोहित गोदारा की गैंग के सदस्य जो कम्यूनिकेशन नेटवर्क काम में ले रहे है। उस तकनीक का बनाने वाला शिवराज सिंह है। शिवराज सिंह कम्प्यूटर साईंस से बीटेक किया हुआ है।
दिसम्बर 2022 में बिजनेसमैन हरजेश नाराणियां से गैंगस्टर रोहित गोदारा ने 5 करोड़ की रंगदारी मांगी थी। वॉट्सऐप धमकी भरा कॉल करने के बाद भी बिजनेसमैन ने रुपए नहीं दिए। बिजनेसमैन हरजेश नाराणियां की हत्या के लिए रोहित गोदारा ने दो शूटर्स धर्मेन्द्र उर्फ मोची और मनीष उर्फ कबूतर को दिल्ली से भेजा था।
दोनों शूटर्स को जयपुर में रुकवाने और हथियार उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी शिवराज सिंह की थी। बदमाश शिवराज सिंह ने नागौर निवासी अपने दोस्त युधिष्ठिर सिंह से कहकर दोनों शूटर्स को मानसरोवर में ठहराया। दोनों शूटर्स के पास 4 पिस्टल, 8 मैग्जीन और 40 राउंड भिजवाने के साथ ही पिस्तौल चलाने की ट्रेनिंग भी दिलवाई। बिजनेसमैन पर फायरिंग से पहले ही पुलिस की तत्परता को देखकर प्लान कैंसिल कर दिया। सांगानेर थाना पुलिस मामले में पूर्व में 7 बदमाशों को अरेस्ट कर चुकी है। बदमाश शिवराज सिंह फरार चल रहा था।