जयपुर में हाल ही सम्पन्न हुए महापौर के चुनाव में भाजपा से बागी विष्णु लाटा ने 1 वोट से जीत दर्ज की थी। कांग्रेस पार्षदों के समर्थन और भाजपा पार्षदों की क्रॉस वोटिंग से लाटा भले ही महापौर बन गए है लेकिन अभी उनकी भावी राजनीति पर कोई स्थिति स्पष्ट दिखाई नहीं दे रही है। भाजपा से बागी विष्णु लाटा को महापौर बनाने में कांग्रेस का अहम रोल रहा है और चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को भी आभार जताया था। भाजपा से निष्कासन के बाद लाटा के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी लेकिन इसी बीच विष्णु लाटा ने पूर्व सीएम व भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे से मुलाकात कर राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा को जन्म दे दिया है।
जयपुर मेयर चुनाव में क्रॉस वोटिंग को लेकर एक ओर भाजपा की तरफ से जांच चल रही है वहीं दूसरी तरफ लाटा की राजे के साथ मुलाकात पर उनके पार्टी में वापिस शामिल होने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक हाल ही में भाजपा से निष्कासित किए विष्णु लाटा और उनके भाई महेश लाटा ने वसुंधरा राजे से करीब आधे घंटे तक चर्चा की। माना जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने चुनाव को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की और क्रॉस वोटिंग होने का कारण भी बताया।
राजनीतिक पंडितों की माने तो विष्णु लाटा कांग्रेस की जगह भाजपा में वापसी करना चाहते है लेकिन राजे जैसी बड़ी राजनेता की सहमति से। हालांकि लाटा ने इस मुलाकात के बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ भी बोलने से इंकार किया है। संभावना है कि लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विष्णु लाटा की भाजपा में वापसी पार्टी को मजबूत कर सकती है।