हाल के वर्षों में देखा गया है कि जिन परिवारों ने पारंपरिक ढर्रों को पीछे छोड़ बेटियों को अपने बेटों की तरह मानकर उनके मन का कार्य करने में सपोर्ट किया है बदले में बेटियों ने उन्हें ही नहीं बल्कि देश को भी गौरवान्वित किया है। चाहे ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में आयोजित हुए ओलंपिक में अवॉर्ड जीतने वालों की सूची देखें या हाल ही में कॉमनवेल्थ खेलों की सूची। भारतीय लड़कियों ने कमाल का प्रदर्शन किया है। आज हम एक ऐसी लड़की की कहानी आपको बताने जा रहे हैं जिसे अपने खेल के दम पर पुलिस विभाग की ओर से बड़ा इनाम मिला है। इनका नाम है सपना, रेसवॉकर सपना पूनिया। जी हां, राजस्थान पुलिस ने पहली बार किसी महिला कांस्टेबल को सिपाही पद से सीधे पुलिस निरीक्षक पद पर प्रमोट किया गया है। यह गैलेंट्री प्रमोशन हासिल करने वाली कोई और नहीं राजस्थान की बेटी और जानीमानी रेसवॉकर सपना पूनिया हैं।
2008 में राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुई थी सपना पूनिया
रेसवॉक गेम यानि पैदल चाल खेल में कई देशों में भारत की ओर से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली सपना 2008 में राजस्थान पुलिस में बतौर कांस्टेबल स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती हुई थी। स्पोर्ट्स कोटे में इस भर्ती के बाद उसकी खेल प्रतिभा और निखरी और एक के बाद एक निरंतर सफलताएं हासिल करती चली गईं। सपना की इसी प्रतिभा को देखते हुए प्रदेश के पुलिस विभाग ने उसे गैलेंट्री प्रमोशन प्रदान किया है। राजस्थान के डीजीपी ओपी गल्होत्रा की ओर से इस संबंध में मंगलवार को आदेश जारी कर दिए गए हैं। पदोन्निति मिलने से रेसवॉकर सपना पूनिया काफी खुश है। प्रमोशन के बाद सपना ने कहा कि, किसी भी खिलाड़ी को इस तरह का प्रमोशन मिलना बड़े सम्मान की बात है। इससे खिलाड़ी में देश के लिए अधिक से अधिक मेडल जीतने की ललक और आत्म विश्वास बढ़ता है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग ने मुझ पर भरोसा जताया और मैं आगे खेलती गई। सपना ने अपनी सफलता का श्रेय कड़ी मेहनत और पुलिस को दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग के सहयोग और सहुलियतों के बिना यह सब संभव नहीं था।
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कई पदक जीत चुकी है सपना, 2014 में स्पोर्ट्स पर्सन अवार्ड से भी नवाजा
सपना पूनिया का जन्म राजस्थान के जयपुर ज़िले में हुआ है। सपना पूनिया ने वर्ष 2013 में लखनऊ में 10 किमी में स्वर्ण पदक 2014 में पटियाला में 20 किमी में रजत पदक नई दिल्ली में 20 किमी में स्वर्ण पदक जीता। 2014 में सपना को राजस्थान में पुलिस महानिदेशक द्वारा स्पोर्ट पर्सन अवार्ड से नवाजा गया। हरियाणा के मधुबन में 10 किमी पैदल चाल में वे स्वर्ण पदक जीत चुकी है। सपना ने 15 मार्च 2015 को जापान एशियन चैंपियनशिप मैं चौथा स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने ब्राजील के रियो डी जनेरियो में 2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में 20 किमी की पैदल दूरी पर भाग लिया लेकिन पूरा नहीं कर पाई थी। उन्होंने राष्ट्रीय खेलों में 1: 40: 35.70 के समय के साथ 2015 में 20 किमी की पैदल दूरी में एक रिकॉर्ड बनाया है। राजस्थान की एथलीट सपना पूनिया तीसरी भारतीय एथलीट थी जिसने रियो ओलिंपिक्स 2016 का टिकट हासिल किया था। इसी साल मार्च में जापान के नाओमी सिटी में आयोजित एशियन 20 किलोमीटर पैदल चाल स्पर्धा में राजस्थान की सपना ने 1:35:36 (1 घंटा 35 मिनट 36 सेकेंड) का समय निकाला। यह गौरव हासिल करने वाली सपना राजस्थान की पहली महिला खिलाड़ी है।